मुंबई। कॉमेडियन कुणाल कामरा की महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के ऊपर की गई टिप्पणी से सियासी भूचाल मच गया है। एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना ने जहां कॉमेडियन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, तो वहीं बीजेपी ने भी कामरा के चेहरे पर कालिख पोतने की अपील कर दी है। दरअसल, कॉमेडियन कुणाल कामरा ने महाराष्ट्र की राजनीति और एकनाथ शिंदे के शिवसेना से अलग होने को लेकर एक पैरोडी गाना बनाया है। इस गीत में उन्होंने शिंदे का नाम तो नहीं लिया है लेकिन उन्हें गद्दार कह दिया है। उद्धव ठाकरे गुट शिंदे पर हमला बोलने के लिए गद्दार शब्द का इस्तेमाल करता आया है। ऐसे में कुणाल कामरा की टिप्पणी शिंदे के लिए है। ऐसा संदेश जाने के बाद शिवसेना ने कुणाल कामरा का जहां पर कार्यक्रम हुआ था। वहां पर तोड़फोड़ करने के बाद कार्रवाई की मांग की है।
क्या बोल गए थे कुणाल कामरा ?
कुणाल कामरा ने कहा था कि जज के ऑर्डर में लिखा है, जो इन्होंने महाराष्ट्र के इलेक्शन में किया है। उसके बारे में तो बोलना पड़ेगा। कामरा ने इसके बाद अपने शो में कहा कि शिवसेना बीजेपी से बाहर आ गई फिर शिवसेना शिवसेना से बाहर आ गई। एनसीपी-एनसीपी से बाहर आ गई। एक वोटर को नौ बटन दे दिए गए। सब कंफ्यूज हो गए। चालू एक जन व्यक्ति ने किया था। मुंबई में एक बहुत बढ़िया डिस्ट्रिक्ट है ठाणे, वहां से आते हैं। फिर इसके बाद कुणाल कामरा एक म्यूजिक की धुन पर गीत सुनाते हैं।
आखिर क्या था गाने में ?
महाराष्ट्र की राजनीति पर कमेंट के बाद कुणाल कामरा अपने शो में एक गीत सुनाते हैं इनमें वह कहते हैं कि ठाणे की रिक्शा…ठाणे की रिक्शा, चेहरे पे दाढ़ी, आंखों में चश्मा हाय… एक झलक दिखलाए कभी गुवाहाटी में छिप जाए… मेरी नजर से तुम देखो गद्दार नजर वो आए। ठाणे की रिक्शा, चेहरे पे दाढ़ी, आंखों में चश्मा हाय। मंत्री नहीं वो दलबदलू है और कहा क्या जाए… जिस थाली में खाए उसमें ही छेद कर जाए… मंत्रालय से ज्यादा फडणवीस की गोदी में मिल जाए… तीर कमान मिला है इसको बाप मेरा ये चाहे… इस पैरोडी गाने पर शिवसेना की भौंहे तन गई हैं। बता दें राजनीति में आने से पहले तक एकनाथ शिंदे ठाणे में ऑटो रिक्शा चलाते थे।
विवाद पर क्या बोले मुख्यमंत्री फडणवीस
विवाद पर देवेंद्र फडणवीस का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि स्टैंड-अप कॉमेडी करने की आजादी है, लेकिन कोई भी जो चाहे वह नहीं बोल सकता। फडणवीस ने कहा- कुणाल कामरा को माफी मांगनी चाहिए, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कॉमेडी का अधिकार है, लेकिन अगर यह हमारे उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है, तो यह सही नहीं है।फडणवीस ने कहा- कुणाल कामरा ने वही लाल संविधान की किताब पोस्ट की, जिसे राहुल गांधी ने दिखाया था। दोनों ने संविधान ठीक से नहीं पढ़ा। संविधान हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता देता है, लेकिन इसकी सीमाएं भी हैं।
क्या कुछ बोले उद्धव ठाकरे?
उद्धव ठाकरे ने कुणाल कामरा की टिप्पणी पर कहा कि गाने में कोई कमी नहीं है। जो गद्दार हैं, वो गद्दार हैं। ठाकरे ने आगे कहा मुझे नहीं लगता कि कुणाल ने कुछ गलत कहा। जब उनसे यह पूछा गया है कि फडणवीस ने कहा है कि इस बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तो ठाकरे ने कहा कि उनकी बात उनके पास। ठाकरे ने कहा कि कुणाल ने व्यंग नहीं हकीकत पेश की। उद्धव ठाकरे नागपुर में बुलडोजर एक्शन पर भी बोले। उन्होंने कहा कि हर जगह एक ही न्याय अपनाओ। जिसने दंगा भड़काया। पूरी जांच करो फिर एक्शन लो। ठाकरे ने पहले उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कुणाल कामरा की टिप्पणी का समर्थन किया था। कांग्रेस ने कुणाल कामरा के स्टूडियों को तोड़ने की आलोचना की है।