सोने और चांदी की कीमतें अब तक के उच्च स्तर पर पहुंच गई हैं। अमेरिका और यूक्रेन के बीच वार्ता बेनतीजा रही। इस घटनाक्रम के चलते वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों का रुझान सुरक्षित संपत्तियों की ओर बढ़ा, खासकर सोने और चांदी में निवेश को प्राथमिकता मिल रही है।
वैश्विक स्तर पर बढ़ती महंगाई और संभावित ब्याज दर कटौती की अटकलों ने भी सोने और चांदी के दामों को ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। निवेशक इस बात की संभावना जता रहे हैं कि केंद्रीय बैंक भविष्य में ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं, जिससे कीमती धातुओं की कीमतों में और मजबूती देखने को मिल सकती है।
भारत में शादी और त्योहारों के सीजन के चलते सोने-चांदी की मांग में स्वाभाविक उछाल देखने को मिल रहा है। उपभोक्ताओं की बढ़ती दिलचस्पी और निवेशकों की सक्रियता के कारण इन धातुओं की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
रायपुर सराफा एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हरख मालू के अनुसार, आज सोना 90,650 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी 1,03,000 रुपये प्रति किलोग्राम के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
पिछले महीने 15 फरवरी को सोने की कीमत 87,600 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जबकि चांदी 98,000 रुपये प्रति किलोग्राम थी। इस दौरान सोने की कीमत में 3,050 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी में 5,000 रुपये प्रति किलोग्राम की वृद्धि हुई है।
श्री मालू ने बताया कि यह तेजी अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध की आशंकाओं, अमेरिकी फेडरल बैंक द्वारा संभावित ब्याज दरों में कटौती और निवेशकों के सुरक्षित निवेश की ओर रुझान के कारण देखने को मिल रही है। स्टॉकिस्ट और निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी से सोने और चांदी की कीमतों में आगे भी उछाल जारी रहने की संभावना है।