[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
जीएसटी में बदलाव से ऑटो सेक्टर को मिलेगी नई रफ्तार, FY26 में टू-व्हीलर बिक्री 5-6% और कारों में 2-3% बढ़ोतरी की उम्मीद
वन मंत्री पर मारपीट का आरोप लगाने वाले खानसामे ने की पुलिस से शिकायत, केदार कश्यप बोले – कांग्रेस भ्रामक प्रचार कर रही
GST बदलाव के बाद टोयोटा की कारें हुईं सस्ती, Fortuner 3.49 लाख रुपये कम कीमत में
जापान के प्रधानमंत्री इशिबा ने हार के बाद दिया इस्तीफ़ा
अमेरिका में हुआ हेलीकॉप्टर क्रैश, सभी सवार की गयीं जानें
गलतफहमी न पालें, चंद्र ग्रहण देखने से नहीं होता कोई दुष्प्रभाव
मंत्री केदार कश्यप ने लकवागस्त चतुर्थश्रेणी कर्मचारी को मारे कई थप्पड़
Regent Procurement Scandal: मोक्षित कॉर्पोरेशन की दो आलीशान कारें जब्‍त
आतंकी फंडिंग मामले में 6.34 लाख रुपये की संपत्ति जब्त
इच्छा मृत्यु मांगने वाले BJP नेता से मिले सीएम साय, अब एम्‍स में चल रहा इलाज
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
दुनिया

अंतरिक्ष में सुनीता विलियम्स ने नए मेहमानों को लगाया गले, धरती पर वापसी जल्‍द

The Lens Desk
Last updated: April 16, 2025 7:55 pm
The Lens Desk
Share
SHARE

द लेंस इंटरनेशनल डेस्‍क। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में करीब नौ महीने से फंसे अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर वापस लाने की कोशिश सफलता की ओर बढ़ती दिखाई दे रही है। सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर की वापसी के लिए नासा की क्रू-10 टीम का यान रविवार को आईएसएस से कनेक्‍ट हो गया है। धरती से गए नए मेहमानों को देखकर अंतरिक्ष यात्रियों की खुशी का ठिकाना न रहा। गले लगाकर सबने एक दूसरे का अभिवादन किया।

इस टीम में नासा के अंतरिक्ष यात्री एनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी के ताकुया ओनिशी और रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कॉस्मोस के किरिल पेस्कोव शामिल हैं। यह टीम सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर की जगह लेगी।

इस बीच, स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “स्पेसएक्स ड्रैगन कुछ ही दिनों में अंतरिक्ष यात्रियों को वापस ले आएगा।”

गौरतलब है कि सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर पिछले करीब नौ महीनों से आईएसएस में फंसे हुए हैं। उन्होंने 5 जून 2024 को स्टारलाइनर अंतरिक्षयान के जरिए इस परीक्षण मिशन पर उड़ान भरी थी। योजना के मुताबिक, उन्हें आठ दिनों में लौट आना था, लेकिन तकनीकी खामियों के कारण यह संभव नहीं हो सका। आईएसएस के करीब पहुंचते ही स्टारलाइनर अंतरिक्षयान में कई समस्याएं सामने आईं। इसके पांच थ्रस्टर्स काम करना बंद कर चुके थे, जो यान की दिशा तय करने में मदद करते हैं। साथ ही, यान में हीलियम की कमी हो गई, जिससे इसे जलने वाले ईंधन पर निर्भर रहना पड़ा और मिशन में देरी होती गई।

ऐस्ट्रोनॉट और कॉस्मोनॉट: क्या अंतर है दोनों में?

ऐस्ट्रोनॉट और कॉस्मोनॉट मूल रूप से एक ही कार्य करते हैं, दोनों ही अंतरिक्ष यात्री हैं। लेकिन,  उनके पदनाम इस बात पर निर्भर करते हैं कि उन्हें कौन सी एजेंसी ने प्रशिक्षित किया है।

ऐस्ट्रोनॉट होते हैं जिन्हें अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी (नासा NASA), यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA), कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसी (CSA) या जापानी एयरोस्पेस एजेंसी (JAXA) द्वारा प्रशिक्षण मिला होता है।

वहीं, कॉस्मोनॉट्स वे होते हैं जिन्हें रूसी अंतरिक्ष एजेंसी विशेष रूप से अंतरिक्ष अभियानों के लिए प्रशिक्षित करती है। इसके अलावा, ताइकोनॉट्स शब्द का उपयोग चीनी अंतरिक्ष यात्रियों के लिए किया जाता है।

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, अमेरिका और रूस (तत्कालीन सोवियत संघ) के बीच शीत युद्ध छिड़ गया। यह संघर्ष मुख्य रूप से तकनीकी और सैन्य श्रेष्ठता की होड़ थी, जिसमें अंतरिक्ष अन्वेषण भी एक महत्वपूर्ण क्षेत्र बन गया।

1957 में रूस ने इतिहास रचते हुए स्पुतनिक-1 नामक पहला मानव रहित उपग्रह अंतरिक्ष में भेजा। इसके बाद, स्पुतनिक-2 के माध्यम से उन्होंने एक कुत्ते को अंतरिक्ष में भेजा। अप्रैल 1961 में यूरी गगारिन अंतरिक्ष में जाने वाले पहले व्यक्ति बने।

रूसी सफलता के जवाब में, अमेरिका ने 1958 में नासा की स्थापना की और अंतरिक्ष अनुसंधान में तेजी लाई। दोनों देशों ने अपने अंतरिक्ष खोजकर्ताओं के लिए अलग-अलग नाम निर्धारित किए—अमेरिका ने “Astronaut” और सोवियत संघ ने “Cosmonaut” शब्द को अपनाया।

TAGGED:Big_NewsISSNASAsunita williams
Previous Article Holi is for joy of all
Next Article रुकने वाली नहीं है ये तेजी! सोना 90,650 पर, चांदी लाख के पार

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र नवा रायपुर में संभव, राज्योत्सव में नए भवन का लोकार्पण

रायपुर। नवा रायपुर में निर्माणाधीन छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन का कार्य अपने अंतिम चरण में पहुंच…

By दानिश अनवर

गृहमंत्री अमित शाह बोले- संसद का कानून है सब को स्वीकार करना होगा, विपक्ष देश तोड़ने की कोशिश कर रहा

दिल्‍ली। वक्‍फ बिल में चर्चा के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर गंभीर आरोप…

By दानिश अनवर

13 से 18 जून तक इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, बिजली और आंधी की चेतावनी भी, देखें लिस्ट

WEATHER UPDATE : भारतीय मौसम विभाग ने 13 से 18 जून 2025 तक देश के…

By पूनम ऋतु सेन

You Might Also Like

earthquack 2025
दुनिया

रूस में 8.8 तीव्रता का भूकंप, सुनामी ने मचाई तबाही: जापान, अमेरिका और प्रशांत देशों में हाई अलर्ट

By पूनम ऋतु सेन
दुनिया

दिल्‍ली की नौवीं मुख्‍यमंत्री के रूप में रेखा गुप्ता ने ली शपथ

By The Lens Desk
PAKISTAN DEFENCE BUDGET
दुनिया

पाकिस्तान का रक्षा बजट बढ़ाने का ऐलान, भारत के साथ तनाव बनी वजह?

By Lens News Network
Canada election
दुनिया

कनाडा के संघीय चुनाव में लिबरल पार्टी का परचम, पीएम कार्नी बोले-थैंक्‍यू

By The Lens Desk
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?