रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र इस बार नया रायपुर स्थित नए विधानसभा भवन में आयोजित होगा। 14 दिसंबर से 17 दिसंबर तक चलने वाले चार दिवसीय सत्र में धर्मांतरण संशोधन विधेयक आकर्षण का मुख्य केंद्र रहेगा।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने खुद ही इसकी पुष्टि की है कि इस पर शीतकालीन सत्र में करीब डेढ़ साल से चल रहे इंतजार के बाद यह विधेयक पेश किया जाएगा।
राज्य सरकार धर्मांतरण पर रोक को सख्ती से लागू करने की दिशा में धर्मांतरण संशोधन विधेयक पेश करेगी।
यह विधेयक इसलिए भी चर्चा का विषय बना हुआ है क्योंकि बीते करीब एक वर्ष से प्रदेश में धर्मांतरण को लेकर कई तरह के मामले सामने आए हैं। प्रदेश के किसी न किसी इलाके से हर रविवार धर्मांतरण के आरोपों को लेकर हिंदू वादी संगठनों की तरफ से विवाद की स्थिति बनाई जाती है। ऐसे में यह विधेयक अहम रहेगा।
शीतकालीन सत्र के लिए कुल 628 प्रश्न लगाए गए हैं, जिनमें 333 तारांकित और 295 अतारांकित प्रश्न शामिल हैं। विधायक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से अपने सवाल प्रस्तुत कर रहे हैं। विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की रूपरेखा भी तय हो चुकी है।
सत्र की शुरुआत पहले दिन ‘विकसित भारत 2047’ विषय पर चर्चा से होगी।
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