Delhi News: 18 नवंबर की दोपहर करीब ढाई बजे दिल्ली के राजेंद्र पैलेस मेट्रो स्टेशन से एक 16 साल के लड़के ने नीचे सड़क पर कूदकर अपनी जान दे दी। मौत से सिर्फ 20-25 मिनट पहले वह अपने स्कूल (सेंट कोलंबा स्कूल, गोल मार्केट) से निकला था। उसके चेहरे पर आंसू थे, हाथ कांप रहे थे और बार-बार एक ही बात दोहरा रहा था “सर-मैडम ने बहुत टॉर्चर किया है।”
ई-रिक्शा में साथ बैठी महिला ने सुनाई आखिरी बातचीत
हिन्दुस्तान टाइम्स के एक रिपोर्ट के मुताबिक़ – 45 साल की दीपशिखा उस दिन अपने बेटे को छोड़ने स्कूल गई थीं। स्कूल के बाहर ई-रिक्शा में वह और उनका बेटा बैठे थे। तभी वो 10वीं कक्षा का लड़का दौड़ता हुआ आया और रिक्शा में बैठ गया। दीपशिखा बताती हैं “उसका चेहरा पूरी तरह बुझा हुआ था। रोते-रोते बोला जल्दी आरके आश्रम चलाओ अंकल। मैंने पूछा – बेटा क्या हुआ? वो फूट-फूट कर रोने लगा और बोला –‘मुझे इस स्कूल में दाखिला ही नहीं कराना चाहिए था। छोटी-छोटी बातों पर मम्मी-पापा को बुलाते रहते हैं। पापा को बाहर काम के लिए जाना पड़ता है, फिर भी बार-बार आने को कहते हैं। साल भर से प्रेशर डाल रहे हैं, अब और नहीं सह पाऊंगा।’ उसने चार टीचर्स के नाम भी लिए।”

दीपशिखा ने उसे समझाया, दिलासा दिया, लेकिन जितना समझातीं, वो उतना ही रोता और परेशान होता। गोल मार्केट आने पर दीपशिखा उतर गईं। लड़के के पास किराया भी नहीं था, उन्होंने 10 रुपये का नोट थमाया। लड़के ने धीरे से थैंक यू कहा। बस आधे घंटे बाद खबर आई कि वही बच्चा मेट्रो स्टेशन से कूद गया।
स्कूल बैग में मिली हाथ से लिखी चिट्ठी
पुलिस को लड़के के बैग से एक सुसाइड नोट मिला। उसमें साफ-साफ लिखा था – कई महीनों से कुछ टीचर्स लगातार अपमान करते थे, छोटी-छोटी गलतियों पर क्लास में डांटते और शर्मिंदा करते थे , चार टीचर्स के नाम लिखे और आखिरी लाइन में लिखा – “इन लोगों को सजा मिलनी चाहिए। मम्मी-पापा, मुझे माफ कर देना। मेरे अंग किसी जरूरतमंद को दे देना।”
अब तक की कार्रवाई
लड़के के पिता की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है, चारों आरोपी टीचर्स अपराजिता पाल (प्रिंसिपल), जूली वर्गीस, मनु कालरा और युक्ति अग्रवाल महाजन को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया। पुलिस सीसीटीवी फुटेज, क्लास रजिस्टर और दूसरे बच्चों से भी पूछताछ कर रही है , स्कूल के बाहर पिछले तीन दिनों से परिजन और मोहल्ले वाले धरना दे रहे हैं।
दो दिन बाद ऐसी ही घटना मध्यप्रदेश के रीवा में
ठीक इसी हादसे के सिर्फ दो दिन बाद मध्यप्रदेश के रीवा में 17 साल की 11वीं की एक लड़की ने भी फांसी लगा ली। उसने भी सुसाइड नोट में एक पुरुष टीचर पर मारने-पीटने और हाथ पकड़कर परेशान करने का आरोप लगाया था। दो हफ्ते में दो बच्चे चले गए। दोनों ने चिट्ठी में टीचर्स पर ही गंभीर आरोप लगाए। दोनों के घरवाले कहते हैं – घर में सब नॉर्मल था, हमें कुछ पता ही नहीं चला।

