पटना। बिहार में चुनावी नतीजों के बाद नई सरकार के गठन की तैयारियां तेज हो चुकी हैं। संभाव है कि 19 या 20 नवंबर को शपथ ग्रहण हो सकता है। खबर यह भी है कि केंद्रीय स्तर के नेता ललन सिंह और जदयू के संचालन प्रमुख संजय झा शनिवार को ही राजधानी दिल्ली पहुंच गए थे। आज रविवार को दोनों की भाजपा के शीर्ष नेताओं से बातचीत भी हो चुकी है।
एक खबर यह भी आ रही है कि हर छह विधायक पर एक मंत्री पद दिया जाएगा। इस लिहाज से भाजपा के 16 और जदयू के 14 मंत्री शपथ ले सकते हैं। फिलहाल यह अभी सूत्रों के हवाले से कयास ही लगाया जा रहा है।
हर दल की अलग सभाओं में जीते हुए सदस्यों में से प्रमुख चुना जाएगा। गठबंधन के जानकारों के अनुसार जदयू और भाजपा की विधायक सभाएं सोमवार को होंगी। जदयू ने सभी नव चुने गए सदस्यों को पटना बुलाया है और उन्हें रविवार शाम तक पहुंचने को कहा गया है। सोमवार शाम को जदयू की विधायक सभा हो सकती है जिसमें पहले नीतीश कुमार को प्रमुख बनाया जाएगा। हम और रालोमो ने रविवार को ही अपने चुने हुए सदस्यों की सभा रखी है।
बिहार में नई कैबिनेट गठन की कार्रवाई आज 18वीं विधानसभा के गठन की सूचना जारी होने के साथ शुरू हो जाएगी। चुनाव आयोग राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को अंतिम परिणाम सौंपेगा जिसके बाद आचार संहिता अपने आप खत्म हो जाएगी।
नीतीश कुमार ने कल मंत्रिमंडल की सभा बुलाई है जिसमें 17वीं विधानसभा खत्म करने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिल सकती है। प्रस्ताव पास होने पर नीतीश कुमार राज्यपाल को इस्तीफा देंगे जिससे आगे की प्रक्रिया आसान हो जाएगी। इस्तीफे के बाद गठबंधन के दल विधायक सभाएं करेंगे और संयुक्त प्रमुख चुनेंगे जो नई कैबिनेट का दावा ठोकेगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री के पद पर बरकरार रहेंगे। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानी NDA के सभी 202 विधानसभा सदस्य संयुक्त सभा में नीतीश कुमार को अपना प्रमुख घोषित करेंगे। उसके बाद नीतीश कुमार दसवीं बार राज्य के प्रमुख की जिम्मेदारी लेंगे। उससे पहले गठबंधन के हर सहयोगी दल जैसे भाजपा, जदयू, हम और रालोमो अपने विधायकों की अलग सभा करेंगे। बुधवार को शपथ समारोह होने की संभावना है।
19 या 20 नवंबर को शपथ समारोह होगा
दूसरी तरफ पटना के गांधी मैदान में बड़े स्तर पर शपथ आयोजन की तैयारियां चल रही हैं। यह गठबंधन की ताकत दिखाने का मौका होगा जिसमें कई प्रमुख लोग आएंगे।
सूचना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय नेता, गठबंधन वाले सभी राज्यों के प्रमुख और उप प्रमुख और सहयोगी दलों के वरिष्ठ सदस्य मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि शपथ कार्यक्रम 19 या 20 नवंबर को होगा और प्रधानमंत्री की व्यस्तता के हिसाब से अंतिम तारीख तय होगी।
बिहार में नई कैबिनेट बनने के साथ गठबंधन की निगाह अब पश्चिम बंगाल की विधानसभा पर है। कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के मतदान से पहले गठबंधन अपनी एकजुटता और राजनीतिक शक्ति का जोरदार प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहा है।

