बांग्लादेश की राजधानी ढाका के गुलिस्तान इलाके में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) की अवामी लीग पार्टी के केंद्रीय कार्यालय पर बुधवार को हिंसक प्रदर्शनकारियों ने धावा बोल दिया। स्थानीय पुलिस के ड्यूटी अधिकारी एसआई निशात ने घटना की पुष्टि करते हुए मीडिया को बताया कि हमलावरों ने कार्यालय में घुसकर फर्नीचर तोड़-फोड़ कर आग लगा दी और पार्टी से जुड़ी मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया।
बांग्लादेश इस्लामी छात्र शिबिर और नेशनल सिटिजंस पार्टी के समर्थकों ने बाहर नारेबाजी की और अंदर घुसकर तबाही मचाई। दोपहर करीब 12:15 बजे प्रदर्शनकारियों ने छात्र लीग से जुड़े संदेह में दो युवकों को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया, जिनकी जांच चल रही है। यह हमला उस समय हुआ जब अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) 17 नवंबर को शेख हसीना और तीन अन्य नेताओं पर जुलाई 2024 के छात्र विद्रोह से जुड़े मानवता विरोधी अपराधों के मामले में फैसला सुनाने वाला है, जिसमें सैकड़ों मौतों का आरोप है।
अवामी लीग ने इस घटना को अंतरिम सरकार का राजनीतिक दमन बताते हुए सोशल मीडिया एक्स पर प्रतिक्रिया दी कि यह ‘लोकतांत्रिक बदलावों’ के बहाने सबसे बड़े दल पर लगातार हो रहे हमलों का हिस्सा है। पार्टी ने पूरे देश में सुबह से शाम तक हड़ताल का ऐलान किया, जिससे ढाका समेत कई शहरों में दुकानें बंद रहीं और जनजीवन प्रभावित हुआ। मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने पहले ही अवामी लीग और उसके सहयोगी संगठनों पर पाबंदी लगा दी थी, जिसके बाद नेता सोशल मीडिया से ही आह्वान कर रहे हैं। याद रहे, जुलाई 2024 के छात्र आंदोलन ने शेख हसीना की सरकार गिरा दी थी जिसमें करीब 1,400 लोगों की जान गई। हसीना ने 5 अगस्त को इस्तीफा देकर भारत में शरण ली है। सुरक्षा बलों ने बंद के मद्देनजर प्रमुख स्थानों पर तैनाती बढ़ा दी है और बांग्लादेश की अस्थिर सियासत में तनाव और गहरा गया है।

