BIHAR NEWS: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 30 अक्तूबर को हुई बिहार के मुज़फ्फरपुर की चुनावी रैली से पहले छह पत्रकारों को नज़रबंद करने के आदेश जारी किए गए थे।तीन पत्रकारों को हिरासत में लिया गया, जबकि तीन अन्य गिरफ्तारी से पहले ही भूमिगत हो गए।गजब यह रहा कि किसी भी अखबार या चैनल ने पत्रकारों की नजरबंदी की खबर नहीं चलाई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मुज़फ्फरपुर ग्रामीण एसपी राजेश सिंह प्रभाकर ने पत्रकारों को बताया कि खुफिया ब्यूरो (आईबी) की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी मिल के मज़दूर प्रधानमंत्री की रैली के दौरान विरोध प्रदर्शन कर सकते हैं, और पत्रकार इस घटना को कवर करने वाले थे — जो, उनके अनुसार, “वातावरण बिगाड़” सकता था। इसलिए उन्हें नज़रबंद करने के आदेश दिए गए।
पत्रकारों पर सरकार विरोधी रिपोर्टें चलाने का आरोप लगाया गया, जिसके चलते उनकी हिरासत का आदेश जारी किया गया। उन्हें दो रात पहले रात 1 बजे नज़रबंद किया गया और अगले दिन रात 1 बजे रिहा किया गया।
नज़रबंद किए गए पत्रकार:
निज़ाम समी़र (दैनिक भास्कर, साधना न्यूज़)
राजन सिंह राजपूत (चंपारण फर्स्ट पोर्टल)
धर्मचंद्र यादव (जीई न्यूज़ पोर्टल)
गिरफ्तारी से पहले भूमिगत हुए पत्रकार:
इर्फान रिज़वी (हमार बिहार टीवी, नेशनल)
असनयन ख़ान (द रिपोर्ट टीवी)
मुन्ना शाह (मुज़फ्फरपुर फर्स्ट न्यूज़)

