नई दिल्ली। यह कहानी नफरत के दौर को रौंद कर आगे बढ़ जाने वालों की कहानी है यह अदम्य साहस और खेल के प्रति समर्पण की कहानी है। यह भारत को महिला विश्व कप के फाइनल में पहुंचाने वाली जेमिमां रोड्रिग्स की कहानी है।
अक्टूबर 2024 की बात है। मुंबई के सबसे पुराने क्लबों में से एक खार जिमखाना ने जेमिमा रॉड्रिग्स की सदस्यता अकारण अचानक रद्द कर दी । क्लब ने संगीन आरोप लगाया था कि जेमिमा के पिता इवान रॉड्रिग्स क्लब के कैंपस में धर्मांतरण का अभियान चला रहे हैं। कई कई रात जेमिमा का परिवार भय से जागता रहा। फिर 20 अक्टूबर 2024 की सदस्यता समाप्त कर दी गई।

क्लब के अधिकारी शिव मल्होत्रा ने उस वक्त कहा था, कि जेमिमा के पिता ब्रदर मैनुअल मिनिस्ट्रीज से जुड़े हैं। उन्होंने क्लब के हॉल को बुक ककर 35 कार्यक्रम आयोजित किए। वहां डांस, महंगे म्यूजिक सिस्टम और बड़े स्क्रीन थे जहां लोगों को धर्मांतरण के लिए उकसाया जा रहा था। जो नियमों के विरुद्ध था।’
जेमिमा को 2024में बलात्कार की धमकी दी गई लेकिन बात सिर्फ यही नहीं रुकी । जब वह रन बनाने में चुकी या उनके ओवर में रन बने, उनके आलोचक, धर्म की वजह से उन्हें ट्रोल करने लगे। उन्होंने शानदार पारी खेली तब भी लोगों ने जेमिमा को अपशब्द कहे।
30 अक्टूबर की देर रात को भारत की क्रिकेटर जेमिमाह रोड्रिग्स और हरमनप्रीत कौर ने कमाल का प्रदर्शन कर भारत को 2025 महिला वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचा दिया। सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया।
ऑस्ट्रेलिया पिछले 16 वनडे मैच में लगातार जीत रहा था। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने भारत को 339 रनों का टारगेट दिया। भारत ने पूरा कर लिया। डीवाई पाटिल स्टेडियम में रोड्रिग्स ने नाबाद 127 और कौर ने 89 रन बनाए। भारत ने महिला वनडे का सबसे बड़ा स्कोर पीछा करके पूरा कर रिकॉर्ड बना दिया।
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