रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी के रायपुर नगर निगम में पिछले 10 महीनों से चले आ रहे नेता प्रतिपक्ष के चयन के विवाद पर आखिरकार विराम लग गया। निगम सभापति सूर्यकांत राठौर ने मंगलवार को औपचारिक आदेश जारी कर कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले निर्दलीय पार्षद आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया।
अब आकाश तिवारी कांग्रेस पार्षद हैं। आकाश दूसरी बार पार्षद बने हैं। पिछली बार कांग्रेस से ही पार्षद चुने गए थे।
आकाश तिवारी ने संदीप साहू की जगह ली है, जिन्हें शहर कांग्रेस कमेटी रायपुर के पत्र के आधार पर नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था। बाद में आकाश तिवारी फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए तो प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बदलाव करते हुए उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाने का फैसला किया। इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस के पांच पार्षदों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद विवाद बढ़ गया था।
दरअसल, विपक्ष के पांच पार्षदों ने नगर निगम के सभापति सूर्यकांत राठौर से मिलकर साफ कर दिया है कि वे कांग्रेस पार्टी के फैसले से सहमत नहीं हैं। पूर्व में पार्टी की तरफ से घोषित संदीप साहू ही उनके नेता होंगे।
पांचों पार्षदों संदीप साहू, उपनेता प्रतिपक्ष जयश्री नायक, रोनिता प्रकाश जगत, दीप मनीराम साहू और रेणु जयंत साहू ने सभापति से मिलकर कहा है कि वे पार्टी की तरफ से घोषित आकाश तिवारी को नेता मानने को तैयार नहीं हैं। वे संदीप साहू को ही नेता प्रतिपक्ष मानते हैं।
आपको बता दें कि संदीप साहू की घोषणा के करीब 3 महीने बाद आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष बनाने की घोषणा से पांचों पार्षदों ने नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। बाद में यह चर्चा थी कि सभी ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है, जिसकी सूचना शहर कांग्रेस की तरफ नगर निगम के सभापति को दी गई।
इसी पर सभापति ने पिछली सामान्य सभा से पहले सभी पांच पार्षदों को नेता प्रतिपक्ष की स्थिति साफ करने के बुलाया था। इस मुलाकात में पांचों पार्षदों ने साफ कर दिया है कि वे आकाश तिवारी से सहमत नहीं हैं।
सभापति ने विधिक सलाह ली, जिसके बाद शहर कांग्रेस कमेटी के 1 सितंबर 2025 के पत्र के आधार पर आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष बनाया है।
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