Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है और महागठबंधन ने अपनी दावेदारी पेश कर दी है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के युवा नेता तेजस्वी यादव को गठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित कर दिया गया है। यह ऐलान पूर्व राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता में किया। साथ ही विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बताया गया। गहलोत ने साफ कहा कि गठबंधन का असली सरदार तेजस्वी ही हैं।
अब एनडीए को भी अपनी ओर से सीएम चेहरा बताने की चुनौती दी गई है।गहलोत ने जोर देकर कहा कि सिर्फ नीतीश कुमार के नाम पर चुनाव लड़ने का दावा काफी नहीं। एनडीए को स्पष्ट करना होगा कि उनका नेतृत्व कौन संभालेगा। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि उपमुख्यमंत्री के अलावा अन्य पिछड़े वर्गों से आने वाले नेताओं को भी महत्वपूर्ण भूमिकाएं मिलेंगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान होटल मौर्या में तेजस्वी की तस्वीरों से सजी सजावट ने खूब सुर्खियां बटोरीं। लेकिन कांग्रेस या अन्य दलों के नेताओं की कोई फोटो न होने से विवाद खड़ा हो गया।

तेजस्वी का संदेश: बिहार को नया रूप देने का वक्त
तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि गठबंधन के सभी साथी एकजुट होकर बिहार को मजबूत बनाने के मिशन पर हैं। उन्होंने अशोक गहलोत, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दीपंकर भट्टाचार्य, अब्दुल बारी सिद्दीकी, मुकेश सहनी और अन्य नेताओं का जिक्र किया। तेजस्वी बोले, “आप सबको इंतजार था कि हमारा सीएम चेहरा कौन होगा। अब फोकस सिर्फ काम पर है। बिहार को नई ऊंचाइयों पर ले जाना हमारा संकल्प है।” उनका यह बयान युवाओं और बदलाव चाहने वालों के बीच जोश भरने वाला था।
चिराग पासवान का व्यंग्य: एसी कमरों से बाहर निकलो
एनडीए की ओर से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान ने महागठबंधन पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि एनडीए के सभी साथी धरातल पर प्रचार में जुटे हैं। पहले चरण के नामांकन समाप्त होते ही हम मैदान में उतर आए। प्रचार की धूम में हमारी आवाज तक बैठ गई। लेकिन महागठबंधन के लोग अभी भी एयर कंडीशंड कमरों में दुबके हैं। आज उनकी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, जो देर से आई।
गहलोत ने कहा – राष्ट्र के हालात गंभीर
अशोक गहलोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में देश की मौजूदा स्थिति पर बात की। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के हालात गंभीर हैं। लोग परेशान हैं और कोई नहीं जानता कि आगे क्या होगा। सबकी जिम्मेदारी है कि देश सही दिशा में चले। बिहार चुनाव पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं। बेरोजगारी, किसानों की परेशानी और युवाओं की बेचैनी जैसे मुद्दे हर तरफ हैं। लोग अब बदलाव की मांग कर रहे हैं। गहलोत ने लोकसभा चुनाव का जिक्र किया जहां भाजपा को 240 सीटों पर रोक दिया गया। उन्होंने तारीफ की कि तेजस्वी ने उस समय भी शानदार प्रदर्शन किया। लेकिन उन्होंने चेतावनी दी कि लोकतंत्र अब सिर्फ नाम का रह गया है। सामने चुनौतियां बड़ी हैं, लेकिन महागठबंधन इन्हें पार करेगा।
12 सीटों पर आपसी टक्कर
चुनावी मैदान में एक और पेंच उलझ गया है। महागठबंधन ने 243 विधानसभा सीटों के लिए कुल 254 उम्मीदवार उतारे हैं। आरजेडी ने सबसे ज्यादा 143, कांग्रेस ने 61, सीपीआई(एमएल) ने 20, सीपीआई ने 9, सीपीएम ने 6 और वीआईपी ने 15 नामांकन किए। लेकिन गठबंधन के दलों ने 12 सीटों पर एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार खड़े कर दिए। इनमें आरजेडी और कांग्रेस के बीच 6 सीटों पर सीधी टक्कर है।

