लेंस डेस्क। असम में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों में लगी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को तगड़ा झटका लगा है। गुरुवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेन गोहेन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उनके साथ 17 अन्य नेताओं ने भी बीजेपी छोड़ने की घोषणा की।
यह इस्तीफा तब हुआ, जब मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा चुनावी रणनीति में जुटे हैं। गोहेन असम बीजेपी के प्रमुख नेताओं में से एक हैं और उन्होंने 1999 से 2014 तक नौगांव क्षेत्र से लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया। इसके अलावा, वे 2016 से 2019 तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में रेल राज्य मंत्री भी रहे।
असम में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जहां बीजेपी लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने की कोशिश में है। पिछले एक दशक से राज्य में बीजेपी की सरकार है। सूत्रों का कहना है कि इस्तीफा देने वाले ज्यादातर नेता ऊपरी और मध्य असम से हैं।
गोहेन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्होंने पार्टी इसलिए छोड़ी, क्योंकि बीजेपी ने असम के लोगों से किए वादों को पूरा नहीं किया और स्थानीय समुदायों के साथ विश्वासघात किया, जबकि बाहरी लोगों को राज्य में बसने की छूट दी गई।
गौरतलब है कि राजेन गोहेन 1999 से 2019 तक नौगांव संसदीय क्षेत्र से सांसद रहे और 2016 से 2019 तक रेल राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया। वे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं। पेशे से चाय बागान मालिक गोहेन का कई क्षेत्रों में खासा प्रभाव है। उनके पार्टी छोड़ने से बीजेपी को असम में नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।