लेंस डेस्क। अमेरिका की दिग्गज एसेट मैनेजमेंट कंपनी Jefferies Financial Group Inc. ने भारत में म्यूचुअल फंड मार्केट में संभावनाओं को तलाशना शुरू कर दिया है। कंपनी ने एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट के पूर्व प्रमुख मिलिंद बरवे को अपने सलाहकार के तौर पर नियुक्त किया है। बरवे भारत में कंपनी की रणनीति तैयार करने और नियामक मंजूरी प्राप्त करने की प्रक्रिया में मार्गदर्शन देंगे।
यह रिपोर्ट सामने आने के बाद भारत में म्यूचुअल फंड और शेयर मार्केट में हलचल बढ़ गई है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार जेफरीज फाइनेंशियल ग्रुप भारत में 900 अरब डॉलर के इस मार्केट में प्रवेश करने की योजना बना रही है। इस कदम के साथ, भारत की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था में निवेश के अवसरों की तलाश कर रही वैश्विक वित्तीय कंपनियों की सूची में जेफरीज भी शामिल हो जाएगी।
हालांकि, जेफरीज को भारत में एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एसबीआई जैसे बड़े बैंकों के म्यूचुअल फंड हाउसों से मुकाबला करना होगा। इसके अलावा ब्लैकरॉक इंक. जैसी वैश्विक कंपनियां भी भारत में फिर से सक्रिय हो रही हैं। हाल ही में ब्लैकरॉक ने जियो फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के साथ साझेदारी में नए फंड शुरू किए हैं।
भारत में म्यूचुअल फंड उद्योग ने महामारी के बाद से तेजी से वृद्धि देखी है, क्योंकि पहले सोने और रियल एस्टेट में निवेश करने वाले लोग अब वित्तीय परिसंपत्तियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। पिछले पांच वर्षों में कुल परिसंपत्तियां दोगुनी से अधिक हो चुकी हैं और अप्रैल से अब तक इक्विटी योजनाओं में औसत मासिक निवेश लगभग 3 अरब डॉलर रहा है।
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