WEATHER UPDATE: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आज सुबह से तेज बारिश का दौर शुरू हो गया है। सड़कें जलमग्न हो गई हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले दो दिनों तक राज्य के कई हिस्सों में बारिश जारी रह सकती है, जिससे बाढ़ का खतरा भी बढ़ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण यह बदलाव हो रहा है। प्रदेश के मध्य और दक्षिणी इलाकों में तेज हवाओं के साथ गरज-चमक की बारिश हो रही है।
ऑरेंज अलर्ट : मध्य छत्तीसगढ़ के दुर्ग, रायपुर और बिलासपुर संभाग के सभी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यहां तेज बारिश से जलभराव और नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है।
प्रभावित जिले: धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, गरियाबंद, महासमुंद, रायपुर, बलौदा बाजार, रायगढ़, दुर्ग, बेमेतरा।
येलो अलर्ट (मध्यम से तेज बारिश): बस्तर और बिलासपुर संभाग के कई जिलों में। हल्की गरज-चमक के साथ पानी गिरने की संभावना।
प्रभावित जिले: कोंडागांव, उत्तर बस्तर कांकेर।
रेड अलर्ट: सुकमा, बीजापुर, दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, उत्तर बस्तर कांकेर, राजनांदगांव, बलौदा बाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली, सरगुजा, सूरजपुर।
इन इलाकों में 24-36 घंटे तक जोरदार बौछारें पड़ सकती हैं।
कहां रहेगा मौसम साफ?
सभी जगह परेशानी नहीं है। बस्तर और सरगुजा संभाग के कुछ जिलों में आसमान साफ रहेगा। यहां धूप खिलने की उम्मीद है, लेकिन अचानक बदलाव पर नजर रखें। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है, तेज बारिश में बाहर न निकलें, खासकर निचले इलाकों और पुलों के पास। बिजली चमकने पर खुले में न खड़े हों। किसानों को फसल की सुरक्षा के लिए नाली साफ रखने की सलाह। वाहन चालकों को जलमग्न सड़कों से बचें।
यह बारिश किसानों के लिए दोहरी मार साबित हो सकती है क्योंकि अक्टूबर में फसलें तैयार होने लगती हैं। पिछले 24 घंटों में 33 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई है। IMD के अनुसार 4 अक्टूबर तक अलर्ट जारी रहेगा लेकिन आज रायपुर में गिरा पानी ने हालात को और जटिल बना दिया।