नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
पाकिस्तान ने भारत के साथ मई में हुए हवाई टकराव के संबंध में अपने दावों को नाटकीय रूप से बढ़ा दिया है, सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल खालिद किदवई ने दावा किया कि पाकिस्तान वायु सेना ने न केवल तीन बल्कि चार डसॉल्ट राफेल लड़ाकू विमानों को मार गिराया और गिराए गए विमानों के टेल नंबर भी जारी किए हैं।
इस्लामाबाद पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए, पाकिस्तान के नेशनल कमांड अथॉरिटी के वरिष्ठ सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) किदवई ने नष्ट किए गए भारतीय वायु सेना (आईएएफ) राफेल विमानों की संख्या बीएस001, बीएस021, बीएस022 और बीएस027 बताई।
नेशनल कमांड अथारिटी एक पाकिस्तानी संघीय एजेंसी है जो देश के परमाणु हथियार कार्यक्रम के संबंध में कमान, नियंत्रण और परिचालन संबंधी निर्णय लेने के माध्यम से पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए जिम्मेदार है।
सात विमानों को गिराने का दावा
यह घोषणा पाकिस्तान की ओर से अब तक का सबसे स्पष्ट आरोप है, जो बयानबाजी से आगे बढ़कर उन बातों पर जोर देता है जिन्हें सत्यापित किया जा सकता है, जिसमें उन विशिष्ट राफेल विमानों का नाम भी शामिल है, जिन्हें खोने की बात भारत ने कभी सार्वजनिक रूप से स्वीकार नहीं की है।
लेफ्टिनेंट जनरल किदवई ने संवाददाताओं से कहा, “मार गिराए गए भारतीय विमानों की आधिकारिक संख्या छह नहीं बल्कि सात विमान हैं।” उन्होंने कहा कि हवाई लड़ाई में “चार राफेल, एक मिग-29, एक एसयू-30 और एक मिराज 2000” नष्ट हो गए, जबकि “भारत ने एक इजरायली निर्मित हेरॉन यूएवी भी खो दिया।”
भारत को नीचा दिखाने की कोशिश
यह पहली बार था जब पाकिस्तान ने सार्वजनिक रूप से राफेल विमान के नुकसान के अपने लंबे समय से चले आ रहे दावे को विमान संख्या से जोड़ा था। इस कदम को अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि भारत लगातार इस तरह के विनाशकारी नुकसान से इनकार करता रहा है।
लेफ्टिनेंट जनरल किदवई, जो कभी पाकिस्तान के शक्तिशाली सामरिक योजना प्रभाग (एसपीडी) के प्रमुख थे, ने इस मंच का उपयोग नव स्थापित आर्मी रॉकेट फोर्स कमांड (एआरएफसी) के सामरिक महत्व को रेखांकित करने के लिए भी किया।
कांग्रेस ने कहा विमान दिखाकर दें मुंहतोड़ जवाब
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा है कि यह दावा हिंदुस्तान को नीचा दिखाने की कोशिश है। हमारी वायुसेना को तत्काल इसका मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। सरकार को चाहिए कि इन दावों की धज्जियां उड़ाने के लिए इस टेल नंबर के जहाजों की तस्वीरें सार्वजनिक कर दे।
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