पटना। बिहार में महागठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा में पीएम मोदी के लिए की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में अब राज्य की बीजेपी इकाई मैदान में कूद पड़ी है। एनडीए ने 4 सितंबर को सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक बिहार बंद का आह्वान किया है।
मंगलवार को बिहार बीजेपी कार्यालय में आयोजित एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनडीए नेताओं ने इस टिप्पणी की कड़ी आलोचना की और विपक्ष पर जमकर हमला बोला।

इस बंद को प्रभावी बनाने के लिए बीजेपी महिला मोर्चा और एनडीए की अन्य महिला इकाइयां अग्रणी भूमिका निभाएंगी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि मां का अपमान किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने इस बंद को महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए एक प्रतीकात्मक कदम बताया।
जायसवाल ने कहा कि मां को भगवान का दर्जा दिया जाता है, और इस तरह की टिप्पणी बिहार की सांस्कृतिक मर्यादा पर हमला है। उन्होंने दावा किया कि 4 सितंबर को एनडीए की महिला इकाइयां इस बंद का नेतृत्व करेंगी, जो बिहार की राजनीति में एक अभूतपूर्व कदम होगा। उन्होंने जनता से इस बंद में शामिल होकर कांग्रेस और आरजेडी का विरोध करने की अपील की।
जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि महागठबंधन के नेताओं द्वारा एक मां के खिलाफ सार्वजनिक मंच से की गई टिप्पणी लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली है। उन्होंने भरोसा जताया कि बिहार की महिलाएं इसका करारा जवाब देंगी।
कुशवाहा ने स्पष्ट किया कि बंद शांतिपूर्ण होगा और यातायात पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बिहार की धरती ऐसी टिप्पणियों को सहन नहीं करेगी, और 4 सितंबर को एनडीए की महिला मोर्चा सड़कों पर उतरकर इसका जवाब देगी। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान भी करार दिया।
एनडीए के सहयोगी दलों ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि अपशब्दों का इस्तेमाल उनकी राजनीतिक संस्कृति का हिस्सा रहा है। एनडीए ने साफ किया कि बंद के दौरान रेलवे और आपातकालीन सेवाएं बाधित नहीं होंगी।
यह बंद सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक चलेगा, जिसमें बीजेपी, जेडीयू और अन्य सहयोगी दलों की महिला इकाइयां मुख्य भूमिका निभाएंगी।