[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
कौन सा राज्‍य जला रहा है सबसे अधिक पराली? सरकारी रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा
श्रम कानून के खिलाफ ट्रेड यूनियनों का कल देशभर में प्रदर्शन
भूपेश बघेल ने चुनाव आयोग को बताया ‘केचुआ’, कहा – पहली बार देखा केचुआ की वजह से किसी की मौत हुई
SIR के खिलाफ ममता की हुंकार- ‘मेरे साथ खेलने की कोशिश मत करना, तुम हार जाओगे’
सर्वधर्म स्थल में प्रवेश करने से इंकार करने वाले सैन्य अधिकारी की बर्खास्तगी बरकरार
आरक्षण पर आईएएस संतोष वर्मा ने ऐसा क्‍या कह दिया कि ब्राह्मण समाज को नागवार गुजरा?
अयोध्‍या: पीएम मोदी ने राम मंदिर पर फहराई धर्म ध्‍वजा, बताया- भारतीय सभ्यता के पुनर्जन्म का प्रतीक
सुप्रीम कोर्ट ने अमित बघेल की अग्रिम जमानत याचिका और देशभर की FIR क्लबिंग की याचिका की खारिज
जस्टिस नागरत्ना की असहमति में दम होता तो अन्य जज भी उसे स्वीकारते, बोले पूर्व सीजेआई
प्रदूषण के खिलाफ प्रदर्शन में हिड़मा के नारों पर साइंटिस्ट्स फॉर सोसाइटी की सफाई
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
छत्तीसगढ़

दिल्ली ने आखें तरेरी तो पलट गए रविंद्र चौबे

दानिश अनवर
दानिश अनवर
Byदानिश अनवर
Journalist
दानिश अनवर, द लेंस में जर्नलिस्‍ट के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 13 वर्षों का अनुभव है। 2022 से दैनिक भास्‍कर...
Follow:
- Journalist
Published: August 26, 2025 11:25 PM
Last updated: August 27, 2025 1:15 PM
Share
CG Congress Politics
SHARE

रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व सौंपे जाने की वकालत करने वाले पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे अब अपने बयान से पलट गए हैं। मंगलवार को अलग-अलग मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा है कि मीडिया पर चल रही बातें भ्रामक और तथ्यहीन हैं। उन्होंने अब कहा, ‘मैं भूपेश बघेल को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने गया था, ऐसे में उन्हें और क्या कहता।’

ये दिलचस्प है कि इन्हीं रविंद्र चौबे का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें वे साफ साफ कह रहे हैं कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस का नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दिया जाना चाहिए, क्योंकि विष्णु के सुशासन से, ईडी से, मोदी की गारंटी से लड़ने की हिम्मत किसी में है तो वह केवल भूपेश बघेल में हैं।

ये बयान उन्होंने भूपेश बघेल के जन्मदिन के दिन बरसते पानी में मौजूद भारी भीड़ के सामने, जहां मंच था माइक था और सैकड़ों मोबाइल थे, दिया था। उस समय रविंद्र चौबे पूरी भावुकता के साथ और पूरे जोश के साथ यह बात कह रहे थे और सामने भूपेश बघेल समर्थक तालियां बजा रहे थे।

इतना ही नहीं, अपने भाषण के इस अंश में रविंद्र चौबे इन बातों को नीचे खड़ी भीड़ से भी बुलवाते नजर आए थे।

रविंद्र चौबे का यह बयान एक दिन बाद वायरल हुआ और उतनी ही तेजी से अखबारों से लेकर न्यूज चैनल्स पर नजर आने लगा।

कांग्रेस के सूत्र कहते हैं कि इस बयान की गूंज दिल्ली तक होनी ही थी और वो हुई। एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि ये गूंज ऐसी हुई कि प्रति गूंज रायपुर में हाई कमान की नाराजगी की तरह सुनाई देने लगी।

सोमवार को हाई कमान के प्रतिनिधि प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सचिव विजय जांगिड़ रायपुर पहुंचते हैं और आते ही उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘भूपेश बघेल लोकप्रिय मुख्यमंत्री रहे हैं। वे कांग्रेस के महासचिव हैं। हमारे सभी वरिष्ठ नेता अपने तरीके से जिम्मेदारी निभा रहे हैं। कांग्रेस में हमेशा कलेक्टिव लीडरशिप रही है। भूपेश बघेल भी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री थे तो सभी को लेकर चलते थे।’

विजय जांगिड़ का यह बयान साफ संदेश था कि रविंद्र चौबे का भीड़ के सामने भावुक होना, उत्साहित होना और यह कह देना कि प्रदेश कांग्रेस का नेतृत्व भूपेश बघेल करें, कांग्रेस हाईकमान को रास नहीं आया। क्योंकि यह बयान वर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के लिए सीधे असुविधाजनक था।

रविंद्र चौबे कांग्रेस के कद्दावर नेता हैं और वो कांग्रेस की रीति, नीति से लेकर हाई कमान अप्रसन्नता तक सबकुछ भली भांति समझते हैं।

पार्टी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने हाई कमान के संदेश को ठीक से समझा और मंगलवार को कुछ न्यूज चैनल्स पर अपने भाषण को उलटते हुए सुनाई दिए।

इस बार उन्होंने वे कह रहे थे, ‘अर्थ लगाना कोई गलत नहीं, लेकिन अनर्थ जैसा कोई अर्थ नहीं लगाना चाहिए। अभी भी मैं अपने बयान पर कायम हूं कि दीपक बैज हमारे प्रदेश अध्यक्ष हैं। उनकी और डॉ. चरणदास महंत की अगुआई में छत्तीसगढ़ में पूरी ताकत से भाजपा और उसकी सरकार से लड़ रही है।’

पूर्व मंत्री ने कहा, ‘भूपेश बघेल के जन्मदिन के दिन मैं उन्हें शुभकामनाएं देने गया था। ऐसे में शुभकामनाओं में मैं क्या कहता। हम लोग कलेक्टिव लीडरशिप में काम कर रहे हैं। दीपक बैज और चरणदास महंत के नेतृत्व में हम लोग भाजपा की सरकार से लड़ रहे हैं।’

उन्होंने कहा, ‘प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को पूरे प्रदेश के कांग्रेसियों का समर्थन है। वे भाजपा सरकार के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ रहे हैं।’

रविंद्र चौबे का पहले भूपेश बघेल को छत्तीसगढ़ का नेतृत्व सौंपने का बयान देना और फिर उससे पलट जाना, यह बताता है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस में दरअसल चल क्या रहा है।

कुछ अर्सा पहले अचानक प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को बदले जाने का हल्ला हुआ था। यह ऐन लोकसभा चुनाव के दौरान हुआ था। पार्टी की राजनीति के प्रेक्षक कहते हैं कि इस हल्ले का कार्यकर्ताओं में विपरीत असर हुआ था।

इस हल्ले के बाद नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की एक चिट्ठी से दीपक बैज को संजीवनी मिली थी। लेकिन चिट्‌ठी आने में करीब साल भर लग गया था। और इस बार रविंद्र चौबे का बयान दीपक बैज के खिलाफ किसी अटकल की शक्ल लेता, उससे पहले महज दो दिनों में हाई कमान एक्शन में आया और रविंद्र चौबे जैसे दिग्गज नेता को कैमरे पर आकर अपना बयान उलटना पड़ा।

खबर तो यह है कि भूपेश बघेल के जन्मदिन पर रविंद्र चौबे के उत्साही बयान के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस के बाकी दिग्गज नेताओं ने अपनी अप्रसन्नता दिल्ली तक तत्काल ही पहुंचा दी थी।

यह भी पढ़ें : भूपेश को नेतृत्व देने के चौबे के बयान से खलबली, बैज बोले – बहुत ज्ञानी हैं, TS बोले – दोनों के अच्छे संबंध हैं

TAGGED:CG Congress PoliticsChhattisgarhLatest_News
Byदानिश अनवर
Journalist
Follow:
दानिश अनवर, द लेंस में जर्नलिस्‍ट के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्हें पत्रकारिता में करीब 13 वर्षों का अनुभव है। 2022 से दैनिक भास्‍कर में इन्‍वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग टीम में सीनियर रिपोर्टर के तौर पर काम किया है। इस दौरान स्‍पेशल इन्‍वेस्टिगेशन खबरें लिखीं। दैनिक भास्‍कर से पहले नवभारत, नईदुनिया, पत्रिका अखबार में 10 साल काम किया। इन सभी अखबारों में दानिश अनवर ने विभिन्न विषयों जैसे- क्राइम, पॉलिटिकल, एजुकेशन, स्‍पोर्ट्स, कल्‍चरल और स्‍पेशल इन्‍वेस्टिगेशन स्‍टोरीज कवर की हैं। दानिश को प्रिंट का अच्‍छा अनुभव है। वह सेंट्रल इंडिया के कई शहरों में काम कर चुके हैं।
Previous Article Vishnu Deo Sai Japan Tour सीएम साय ने ओसाका बेस कंपनी को छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए बुलाया
Next Article Salwa Judum सलवा जुड़ूम का विरोध तो राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने भी किया था!
Lens poster

Popular Posts

फेक न्यूज की बमबारी ने बढ़ाया तनाव, अंतरराष्ट्रीय न्यूज एजेंसियों ने भी फैलाई भ्रामक सूचनाएं

नई दिल्ली। भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू किए जाने के बाद से न केवल हिन्दुस्तान…

By आवेश तिवारी

जेएनयूः लेफ्ट की जीत, आरएसएस की हार

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के स्टुडेंट यूनियन के चुनाव में सभी चार प्रमुख पदों पर…

By Editorial Board

Creating an imaginary memory

History is prime time news now. Uncertainty is not over future but history and people…

By The Lens Desk

You Might Also Like

SSP Raipur
छत्तीसगढ़

दहेज प्रताड़ना के बीच बेटी की संदिग्ध मौत, शरीर में मारपीट के चोट के निशान पर पुलिस बता रही खुदकुशी, पिता ने पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने की SSP से की शिकायत

By दानिश अनवर
Nithari case
देश

निठारी कांड में पलट गया फैसला, सुरेंद्र कोली आखिरी केस में बरी, तुरंत रिहाई के आदेश

By अरुण पांडेय
IPS transfer
छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में IAS अफसरों के कार्यभार में बदलाव, 5 अधिकारियों को सौंपा गया अतिरिक्त प्रभार

By नितिन मिश्रा
THAILAND CAMBODIA WAR
दुनिया

थाईलैंड-कंबोडिया सीमा विवाद पर ट्रंप की मध्यस्थता के बाद युद्धविराम, ट्रम्प ने कहा – भारत पाकिस्तान संघर्ष की दिलाई याद

By पूनम ऋतु सेन

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?