लेंस डेस्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर वैश्विक मंच पर हलचल मचाते हुए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से रूस के साथ जारी युद्ध को तत्काल समाप्त करने की बात कही है। साथ ही यूरोपीय नेताओं के साथ व्हाइट हाउस की वार्ता से पहले अमेरिका ने यूक्रेन से क्रीमिया छोड़ने को कहा है।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया मंच ‘ट्रूथ सोशल’ पर बयान जारी कर कहा कि जेलेंस्की के पास इस साढ़े तीन साल से चल रहे संघर्ष को तुरंत रोकने की क्षमता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यूक्रेन को न तो क्रीमिया वापस मिलेगा, जिसे 2014 में बराक ओबामा के कार्यकाल में रूस ने बिना किसी सैन्य टकराव के अपने कब्जे में ले लिया था और न ही यूक्रेन को नाटो की सदस्यता मिलने की संभावना है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को खत्म करने की कोशिशें तेज हो रही हैं। ट्रंप ने जेलेंस्की को सुझाव दिया कि वे रूस के साथ बातचीत शुरू करें और इस रक्तरंजित युद्ध का अंत करें। उनका मानना है कि कुछ मुद्दों, जैसे क्रीमिया और नाटो की सदस्यता पर स्थिति अपरिवर्तनीय है।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, जेलेंस्की इस समय जटिल स्थिति में हैं। ट्रंप ने उनके सामने सीमित विकल्प छोड़े हैं। यदि जेलेंस्की अपनी मांगों पर अड़े रहे, तो उन्हें ट्रंप के असंतोष का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, अगर वे बिना मजबूत शर्तों के समझौता स्वीकार कर लेते हैं, तो उन्हें अस्पष्ट सुरक्षा गारंटी के साथ क्षेत्रीय नुकसान का जोखिम उठाना पड़ सकता है। इससे रूस को भविष्य में और मजबूत स्थिति में लौटने का मौका मिल सकता है।
क्रीमिया और नाटो पर ट्रंप का कड़ा रुख
ट्रंप ने अपने बयान में दोहराया कि क्रीमिया का मुद्दा अब पुराना पड़ चुका है। 2014 में रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था, जिसे ट्रंप ने ओबामा प्रशासन की विफलता बताया। उनका कहना है कि क्रीमिया को वापस लेने की बात अब बेकार है। साथ ही, उन्होंने यूक्रेन के नाटो में शामिल होने की संभावनाओं को पूरी तरह खारिज कर दिया। यह बयान यूक्रेन के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि नाटो की सदस्यता उसकी लंबे समय से प्राथमिकता रही है। ट्रंप ने जेलेंस्की को सलाह दी कि युद्ध को और लंबा खींचने के बजाय बातचीत के जरिए समाधान तलाशना बेहतर होगा।
ट्रंप-पुतिन मुलाकात पर जेलेंस्की की प्रतिक्रिया
ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति की अलास्का में हुई बातचीत के बाद जेलेंस्की ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्रंप द्वारा यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने की पेशकश की तारीफ की। हालांकि, व्हाइट हाउस में ट्रंप से मुलाकात से पहले जेलेंस्की ने साफ कर दिया कि यूक्रेन अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर किसी तरह का समझौता नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि वह अपनी शर्तों पर युद्ध को समाप्त करने के लिए तैयार हैं। इस बीच, यूरोपीय देशों ने भी यूक्रेन के प्रति अपना समर्थन दोहराया है।