लेंस डेस्क। महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) के उपराष्ट्रपति पद के दावेदार होंगे। बीजेपी की पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में इस पर फैसला लिया गया है। सीपी बालकृष्णन महाराष्ट्र से पहले झारखंड के राज्यपाल थे। 21 जुलाई को जगदीप धनखड़ के इस्तीफा देने के बाद से यह पद खाली थी। 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं।
सीपी राधाकृष्णन झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के वक्त चर्चा में आए थे, जब झामुमों ने आरोप लगाया था कि उनके इशारे पर गिरफ्तारी की गई। हालांकि, उस वक्त राज्यपाल रहे राधाकृष्णन ने इसका खंडन किया था। बतौर झारखंड के राज्यपाल उन्होंने डीएमके की भी जमकर आलोचना की थी, जिनकी तामिलनाडु में सरकार है।
67 वर्षीय चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो 31 जुलाई 2024 से महाराष्ट्र के 24वें राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं। उन्होंने फरवरी 2023 से जुलाई 2024 तक झारखंड के राज्यपाल और मार्च 2024 से जुलाई 2024 के बीच तेलंगाना के राज्यपाल और पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला है। वह भाजपा की टिकट पर 1998 और 1999 में तमिलनाडु के काेयंबटूर से दो बार लोकसभा के लिए चुने गए है।
श्री राधाकृष्णन का जन्म 20 अक्टूबर, 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में हुआ था। भाजपा के भीतर, उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनसंघ के साथ अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की।
श्री राधाकृष्णन 2003 से 2006 तक तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। भाजपा के तमिलनाडु अध्यक्ष के रूप में, राधाकृष्णन ने नदियों को जोड़ने, आतंकवाद से निपटने और अस्पृश्यता उन्मूलन जैसे मुद्दों पर केंद्रित 93-दिवसीय रथ यात्रा शुरू की। संसद में, उन्होंने कपड़ा संबंधी स्थायी समिति की अध्यक्षता की और वित्त एवं सार्वजनिक उपक्रमों से संबंधित कई समितियों में योगदान दिया।