Uttarkashi Cloudburst: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में धराली गांव में मंगलवार दोपहर करीब 1:45 बजे बादल फटने से भयंकर तबाही मच गई। खीर गंगा नदी में अचानक आए सैलाब और मलबे ने महज 34 सेकंड में गांव के कई घर, होटल और बाजार को तहस-नहस कर दिया। इस हादसे में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें बुधवार सुबह एक और शव बरामद किया गया, जिसकी पहचान की जा रही है। 50 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं, जबकि NDRF, SDRF, ITBP और सेना की टीमें युद्ध स्तर पर बचाव कार्य में जुटी हैं। अब तक 130 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात कर स्थिति का जायजा लिया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। सीएम धामी ने बुधवार को धराली का हवाई सर्वे किया और अधिकारियों के साथ राहत कार्यों की समीक्षा की।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भी बादल फटने ने कहर बरपाया है। बुधवार को तंगलिंग नाले में बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात बन गए, जिससे कैलाश यात्रा मार्ग पर दो अस्थायी पुल बह गए और नेशनल हाईवे-5 का 150 मीटर हिस्सा कीचड़ व मलबे से भर गया। इस कारण किन्नर कैलाश यात्रा रोक दी गई है, और 413 तीर्थयात्रियों को आईटीबीपी ने जिपलाइन की मदद से सुरक्षित निकाला। रिब्बा गांव के पास रालडांग खड्ड में भी बादल फटा जिससे सड़कें अवरुद्ध हो गईं। हालांकि इन हादसों में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। मंगलवार रात चंडीगढ़-मनाली हाईवे पर हुए भूस्खलन ने भी हालात को और गंभीर कर दिया जिसके चलते शिमला, मंडी, सोलन और कुल्लू में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।
उत्तराखंड में भी बारिश का कहर जारी है। कर्णप्रयाग में भूस्खलन से बद्रीनाथ नेशनल हाईवे बंद हो गया है, और हरिद्वार-देहरादून रेल मार्ग पर मलबा गिरने से ट्रेनों का संचालन ठप है। हर्षिल में सेना के 8-10 जवान लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश जारी है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड और हिमाचल में अगले कुछ घंटों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे बचाव कार्यों में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। प्रशासन ने लोगों से नदी किनारों से दूर रहने और गैर-जरूरी यात्रा टालने की अपील की है। उत्तरकाशी जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर (01374-222126, 222722, 9456556431) जारी किए हैं