आजकल AI का जमाना है और इस फील्ड में टैलेंट की वैल्यू आसमान छू रही है। ऐसी ही एक कहानी है 24 साल के मैट डीटके (Matt Deitke) की, जिनकी प्रतिभा ने से पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है। मेटा (जो फेसबुक की पेरेंट कंपनी है) ने मैट को 125 मिलियन डॉलर (लगभग 1000 करोड़ रुपये) का तगड़ा ऑफर दिया लेकिन मैट ने इसे ठुकरा दिया। फिर मेटा के बॉस मार्क जकरबर्ग ने खुद मैट से मिलकर ऑफर को डबल कर दिया यानी 250 मिलियन डॉलर (लगभग 2000 करोड़ रुपये)!
मैट डीटके कौन हैं?
मैट एक सुपर टैलेंटेड AI रिसर्चर हैं। इन्होंने ‘मोल्मो’ नाम का एक ऐसा AI सिस्टम बनाया जो टेक्स्ट फोटोज और ऑडियो को समझ सकता है। इस सिस्टम को कई अवॉर्ड्स मिल चुके हैं। इतना ही नहीं मैट ने अपनी खुद की कंपनी “वर्सेप्ट” (Vercept) शुरू की, जो ऑटोमैटिक AI एजेंट्स बनाती है। उनकी कंपनी में सिर्फ 10 लोग काम करते हैं लेकिन फिर भी इसने 16.5 मिलियन डॉलर (लगभग 140 करोड़ रुपये) की फंडिंग जुटाई है। इसमें गूगल के पूर्व CEO एरिक श्मिट जैसे बड़े-बड़े लोग इन्वेस्टर हैं।
पहला ऑफर और मैट का दमदार फैसला
मेटा को AI में नंबर वन बनना है और इसके लिए वो बेस्ट टैलेंट को हायर करना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने मैट को अपनी सुपरइंटेलिजेंस लैब में जॉइन करने के लिए 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा का ऑफर दिया। लेकिन मैट ने कहा, ‘नहीं भाई, मैं तो अपनी कंपनी वर्सेप्ट को और बड़ा करूंगा’ और इस ऑफर को रिजेक्ट कर दिया।
जकरबर्ग का ऑफर
मैट के इस रिजेक्शन के बाद जकरबर्ग ने खुद मैट से मुलाकात की। उन्होंने मैट को इम्प्रेस करने के लिए ऑफर को डबल कर दिया यानी 250 मिलियन डॉलर (लगभग 2000 करोड़ रुपये) जिसमें पहले साल ही 100 मिलियन डॉलर (लगभग 879 करोड़ रुपये) देने का वादा था। इतना बड़ा ऑफर देखकर मैट ने अपने दोस्तों और मेंटर्स से सलाह ली। ज्यादातर लोग बोले ‘ये लाइफ चेंजिंग मौका है,इसे एक्सेप्ट करे’ आखिरकार मैट ने मेटा का ऑफर स्वीकार कर लिया।
टॉप ब्रेन्स के लिए तगड़ी कीमत
ये स्टोरी सिर्फ पैसों की नहीं है, ये बताती है कि AI की दुनिया में टैलेंट कितना कीमती है। मेटा जैसी बड़ी कंपनियां टॉप ब्रेन्स को अपनी ओर खींचने के लिए कुछ भी कर सकती हैं। मेटा ने अपनी सुपरइंटेलिजेंस लैब के लिए 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा खर्च किए हैं। वो OpenAI, Apple, Google जैसी कंपनियों से बड़े-बड़े लोगों और टॉप ब्रेन्स को अपनी टीम में ला रहे हैं। हाल ही में मेटा ने Apple के एक पूर्व AI हेड को 200 मिलियन डॉलर से ज्यादा के पैकेज में हायर किया था।
मैट की कंपनी वर्सेप्ट भले छोटी हो, लेकिन इसका भविष्य बड़ा है। उनका मोल्मो सिस्टम AI की दुनिया में गेम-चेंजर माना जा रहा है। ये सिस्टम टेक्स्ट, इमेज और ऑडियो को एक साथ समझ सकता है, जो इसे सुपर स्पेशल बनाता है। यही वजह है कि मेटा मैट को अपनी टीम में लाने के लिए इतना बेताब था।