रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने मुख्यमंत्री बिजली बिज हाफ योजना को समेटने का फैसला किया है। बिजली बिल हाफ योजना के तहत अब 400 की जगह सिर्फ 100 यूनिट तक की बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं को ही इस योजना का लाभ मिलेगा। अब इस योजना का दायरा कम करने के बाद करीब 40 लाख परिवार प्रभावित होंगे।
इसका मतलब यह हुआ कि अब तक करीब 200 यूनिट बिजली फ्री देने वाली सरकार अब सिर्फ 50 यूनिट बिजली फ्री देगी। वो भी तब जब उपभोक्ता 100 यूनिट तक की ही बिजली खपत करता है। 1 अगस्त से ही इसे प्रभावशील कर दिया गया है। इससे साफ है कि अब आने वाले बिजली बिल में इस योजना का लाभ नहीं ले सकेंगे। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली बिल योजना के लिए इस योजना का दायरा कम करने का फैसला लिया गया है। 1 मार्च 2019 से इस बिजली बिल हाफ योजना का फायदा उपभोक्ताओं को मिल रहा था।

thelens.in ने सबसे पहले 15 जुलाई को ही इस संबंध में एक खबर ‘क्या बिजली बिल हाफ योजना को सरकार समेटने जा रही है?’ शीर्षक से प्रकाशित की थी। तब मंत्रियों से लेकर अधिकारी तक इस बात को नकारते रहे। दरअसल, यह विधान सभा सत्र से कुछ दिनों पहले ही एक कैबिनेट की बैठक में तय हो चुका था लेकिन इसे विधानसभा सत्र तक के लिए रोके रखा गया था ताकि विपक्ष इस पर हंगामा ना करे।
इस मुफ्त बिजली के बिल का भुगतान राज्य सरकार बिजली कंपनी को करती थी। अब तक सरकार की इस योजना का लाभ प्रदेश के सभी साठ लाख से अधिक घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को मिल रहा है। इसके तहत 400 यूनिट तक के बिजली बिल में आधी छूट अर्थात 2 सौ यूनिट की मुफ्त बिजली सभी को मिल जाती है।
छत्तीसगढ़ के ऊर्जा विभाग की ओर से 3 अगस्त यानी कि रविवार को इस संबंध में आदेश निकाला गया है। इस आदेश में पूर्व सरकार के 27 फरवरी 2019, 31 अक्टूबर 2019, 22 अगस्त 2022 और 11 अगस्त 2023 को इस योजना से जुड़े आदेश को समाहित करते हुए 400 यूनिट की सीमा को बदलकर हर महीने केवल 100 यूनिट तक की खपत करने वाले पात्र उपभोक्ताओं को योजना का छूट देने का निर्णय लिया गया है। सबसे बड़ी बात यह है कि अब तक 400 यूनिट तक की खपत पर 200 यूनिट फ्री मिलती थी। इसके बाद अगर 400 यूनिट से ज्यादा होता था तो 200 यूनिट फ्री करने के बाद खपत का बिल तैयार होता था। लेकिन, अब 100 यूनिट बिजली खपत करने के बाद इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना में बढ़ेगी रुचि
इस फैसले के पीछे की सबसे बड़ी वजह यह है कि हाफ बिजली बिल योजना की वजह से लोग प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। हाफ बिजली बिल योजना के मुकाबले सूर्यघर बिजली योजना के लाभार्थी न के बराबर हैं। अब जब सरकार ने हाफ बिजली योजना में संशोधन कर दिया है तो सूर्य घर योजना का लाभ लेने के इच्छुक उपभोक्ताओं की संख्या तेजी से बढ़ने की उम्मीद है।
दरअसल सरकार सूर्यघर बिजली योजना को इसलिए बढ़ावा देना चाहती है क्योंकि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्लैगशिप योजना है। छत्तीसगढ़ में इसे वांछित सफलता नहीं मिल पा रही है। इसी वजह से पिछले दिनों छत्तीसगढ़ सरकार ने सूर्य घर योजना का लाभ उठाने वाले उपभोक्ताओं को राज्य से अतिरिक्त सब्सिडी देने की घोषणा की और इसे डबल सब्सिडी योजना के रूप में प्रचारित भी किया जा रहा है।