नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के शुरुआती दो दिनों के हंगामे में धुल जाने के बाद आज बुधवार को भी सदन की कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद विपक्ष के सदस्यों के भारी हंगामे के बीच लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई हैै। 2 बजे जब कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष ने फिर से दोनों सदनों में हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद दोनों सदनों में कार्यवाही 24 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही आज विपक्षी सदस्यों ने लोकसभा में बिहार में मतदाता सूची के गहन संशोधन के मुद्दे पर जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। विपक्ष के सदस्य आसंदी के नजदीक पहुंच गए थे, जिससे नाराज होकर स्पीकर ओम बिरला ने प्लेकार्ड लेकर आने वाले और नारेबाजी करने वाले सांसदों पर कार्रवाई करने की भी चेतावनी दे दी। इसके बावजूद शोर शराबा कम नहीं हुआ।
थोड़ी देर बाद ही स्पीकर ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी। 12 बजे कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस, राजद, सपा समेत सभी पार्टियों के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की और फिर सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। हंगामे के बीच लोकसभा में सरकार ने बिना किसी चर्चा के एंटी डॉपिंग संसोधन बिल पारित करवा लिया। Parliament session
उधर राज्यसभा में भी विपक्षी सदस्यों ने उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस्तीफे को लेकर सरकार को घेरा औऔर नारेबाजी की। इसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। बुधवार को कार्यवाही शुरू होने से पहले ही कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राजद सहित अन्य विपक्षी दलों के सदस्य हाथों में प्लेकार्ड लेकर आए थे, जिनमें लिखा हुआ था, “एसआईआर के नाम पर वोट की चोरी नहीं चलेगी”, “अपनी पसंद का वोटर जोड़ना बंद करो”।
सोमवार से जब संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ तो पहले दिन ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग उठी। जिसकी वजह से दिनभर सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित होने के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। अब सोमवार यानी कि 28 जुलाई को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे की चर्चा होगी। इसके बाद राज्यसभा में भी ऑपरेशन सिंदूर पर मंगलवार को 9 घंटे की चर्चा होगी।