नई दिल्ली। उपराष्ट्रापति जगदीप धनखड़ ने आज स्वास्थ्य कारणों से पद से इस्तीफा दे दिया है। संसद के मानसून सत्र का आज पहला दिन था। विपक्ष ने आज संसद के दोनों सदनों में विभिन्न मुद्दों को लेकर सर्कार को घेरा। हालत यह हो गयी की लोकसभा को स्थगित करना पड़ा। सरकार ने ऐलान किया की वह ऑपरेशन सिन्दूर पर चर्चा के लिए तैयार है। उधर राज्यसभा में अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के विमान हादसे को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। शोर-शराबे के बीच नागरिक विमानन मंत्री राममोहन नायडू ने इस मामले में बयान दिया। लेकिन, देर शाम उपराष्ट्रापति व राज्यसभा के सभापति धनकड के पद से इस्तीफा देने की खबर आयी। श्री धनखड़ ने 2022 में उपराष्ट्रपति का पद संभाला था। उससे पहले वह पश्चिम बंगाल बंगाल के राज्यपाल थे। उन्होंने अपना कार्यकाल समाप्त होने के दो साल पहले इस्तीफा दिया है।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने इस्तीफे से पहले आज कहा था कि एक फलता-फूलता लोकतंत्र निरंतर कटुता के हालात बर्दाश्त नहीं कर सकता। उपराष्ट्रपति ने राजनीतिक पार्टियों से एक दूसरे पर सार्वजनिक तौर पर निजी हमले न करने की अपील की थी
। उन्होंने जोर देकर कहा था कि बातचीत और चर्चा ही संघर्ष के बिना आगे बढ़ने का रास्ता हैं। उन्होंने राजनीतिक पार्टियों से तनाव घटाने और विकास की राजनीति करने की अपील की थी।
इशारों में इस्तीफे की आहट
पिछले हफ्ते धनखड़ ने कहा था कि हर खराब गेंद को खेलना जरूरी नहीं है। उन्होंने कहा, “क्या इस बात पर माथापच्ची करने की जरूरत है कि किसने क्या कहा? जो क्रिकेट पिच पर अच्छे रन बनाता है, वह हमेशा खराब गेंदें छोड़ देता है ”
उन्होंने कहा, “ऐसी गेंदे लुभाने वाली होती हैं, लेकिन कोशिश नहीं की जातीं और जो कोशिश करते हैं, उनके लिए आपके पास विकेटकीपर और गली में किसी के दस्ताने होते हैं.”
