रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में ईडी की कार्रवाई के बाद कांग्रेस में बैठकों का दौर जारी रहा। बैठक के बाद हुई प्रेसवार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल किया है कि चैतन्य गिरफ्तार तो पप्पू बाहर कैसे है? लक्ष्मीनारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल के नाम की चर्चा पहले से थी। लेकिन, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे की गिरफ्तारी के बाद यह चर्चा और तेज हो गई है। आखिर है कौन पप्पू बंसल? पप्पू बंसल का बयान का इतना मजबूत कैसे है, कि ईडी ने इसी के बयान को आधार बनाकर भूपेश बघेल के बेटे को गिरफ्तार किया है।
ED के अधिकारी चैतन्य बघेल से पूछताछ कर रहें हैंं। कोर्ट ने चैतन्य को पांच दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर ईडी को सौंपा है। 22 जुलाई तक ईडी के अधिकारी चैतन्य से पूछताछ करेंगे। रिमांड खत्म होने पर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
जानिए कौन है पप्पू बंसल?
दरअसल, पप्पू बंसल की पहचान केवल शराब घोटाला मामले में आरोपी होने से नहीं है, इसके पीछे कुछ और भी कहानी है।छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाला मामले में एसीबी और ईडी की एफआईआर में पप्पू बंसल का नाम है। पप्पू बंसल दुर्ग जिले के भिलाई के खुर्सीपार का रहने वाला है। पप्पू बंसल चावल कारोबारी और रियल स्टेट का काम काज करता है। पप्पू बंसल भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री बनने के बाद करीबी नहीं बना है। पप्पू बंसल दशकों से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के परिवार के एक सदस्य की तरह है। पप्पू बंसल इतना करीबी है कि जब भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बने और राहुल गांधी ने उन्हें उनके परिवार के साथ आमंत्रित किया, तो पप्पू बंसल भी उनके साथ गए।
भूपेश बघेल ने कहा- Chaitanya Baghel अंदर तो पप्पू बाहर कैसे?
शराब घोटाला मामले में ED की कार्रवाई के बाद कांग्रेस गुस्से में है। कांग्रेस में दिन भर बैठकों का दौर चलता रहा। इसके बाद हुई प्रेसवार्ता में कांग्रेस ने 22 जुलाई को चक्काजान का ऐलान किया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ED की कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक मेरी जानकारी है कोई पार्टनरशिप नहीं है यह सवाल ई से पूछना चाहिए कि जब चैतन्य बघेल गिरफ्तार है तो पप्पू बंसल बाहर क्यों है? एक आरोपी के बयान पर जब सुप्रीम कोर्ट ही कहता है कि एक आरोपी के बयान पर किसी पर कार्रवाई नहीं कर सकते क्योंकि वह आरोपी है, वह अपने आप को बचाने के लिए कुछ भी बोल सकता है मैं बच जाऊं इसलिए आपको फसाऊंगा मैं बचूंगा। लेकिन, पॉलिटीशियन का बेटा है तो कार्रवाई होगी।
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पप्पू के खिलाफ जारी है गिरफ्तारी वारंट
वहीं एक महीने पहले शराब घोटाला मामले में EOW ने पप्पू बंसल को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया था। इसके बाद पप्पू बंसल इलाज के लिए रायपुर के एक निजि अस्पताल पहुंचा था, यहां से बंसल को पूछताछ के लिए EOW ने हिरासत में लिया था। घंटो तक पप्पू बंसल से पूछताछ की गई, इसके बाद ही पप्पू बंसल को छोड़ दिया गया। तब से पप्पू बंसल फरार है। ईडी की स्पेशल कोर्ट और EOW की स्पेशल कोर्ट ने पप्पू बंसल के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया हुआ है। EOW कोर्ट में पप्पू बंसल के खिलाफ गैर जमानतीय वारंट जारी करने के लिए आवेदन दिया गया था, कोर्ट ने इस पर अनुमति दी थी।
ED का दावा – चैतन्य के खिलाफ पर्याप्त सबूत
वहीं ईडी का दावा है कि उनके पास चैतन्य बघेल के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। ED के अधिवक्ता की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पप्पू बंसल के द्वारा दिए गए बयान के आधार पर ही चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी की गई है। ईडी के अधिवक्ता सौरभ पांडेय ने बताया कि शराब घोटाले का जो इन्वेस्टिगेशन चल रहा था उसमें एविडेंस मिले है, जिसमें चैतन्य बघेल ने बहुत सारे पैसे को लेयरिंग की है। 1000 करोड़ का लेनदेन किया है। पप्पू बंसल ने अपने बयान में खुलासा किया है कि जिसमें यह बताया गया कि शराब के घोटालों के पैसों को चैनलाइज्ड करके चैतन्य बघेल तक पहुंचाया जाता था। लिकर स्कैम का पैसा अनवर ढेबर के जरिए दीपेंद्र चावड़ा, फिर वह पैसा केके श्रीवास्तव और कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल और उसके बाद चैतन्य बघेल के पास यह पैसा पहुंचता था। शराब घोटाले में जिन लोगों का इन्वॉल्वमेंट है उन लोगों के आपस में कनेक्शन है। अनवर ढेबर से मोबाइल चैट और रिकॉर्डिग मिली है। ईडी का आरोप है कि चैतन्य बघेल तक पैसा पहुंचाया गया है।