[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
अमित शाह को बस्तर में आई बाढ़ से लेकर पिछले महीने चले एंटी नक्सल ऑपरेशन की CM साय ने दी रिपोर्ट
रायपुर के बेबीलॉन टावर में आग, सभी फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला
बस्तर बाढ़ पर PCC चीफ बैज ने सरकार को घेरा, कहा – सब कुछ तबाह हो गया और सरकार फटी साड़ियां दे रही
DURG NUN CASE की पीड़ितों ने क्यों कहा – ‘हमें न्याय की उम्मीद नहीं’?
मां… अब 4 सितंबर को बीजेपी का बिहार बंद
PM MODI-RSS कार्टून विवाद में हेमंत मालवीय को अग्रिम जमानत
मराठा आरक्षण आंदोलन: जरांगे का ऐलान-‘सरकारी आदेश लाइए, खत्म कर देंगे आंदोलन, उड़ाएंगे गुलाल’
जिस पहाड़ी में कालीदास ने रची मेघदूत, उस पहाड़ी में क्यों पड़ रहीं दरारें?
दो वोटर आईडी मामले में पवन खेड़ा को चुनाव आयोग का नोटिस
दिल्‍ली दंगा: उमर और शरजील समेत 9 की जमानत खारिज
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस संपादकीय

मनमानी कार्रवाई

Editorial Board
Last updated: July 15, 2025 7:42 pm
Editorial Board
Share
Bangladeshi citizen
SHARE

छत्तीसगढ़ के कोंडागांव में बांग्लादेशी होने के संदेह के आधार पर हिरासत में लिए पश्चिम बंगाल के नौ श्रमिकों को भले ही उनके राज्य वापस भेज दिया गया हो, लेकिन प्रवासी मजदूरों पर जिस मनमाने ढंग से कार्रवाई की जा रही है, उसका संज्ञान लिया जाना जरूरी है। वास्तविकता यह है कि पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने जब एक्स पर वीडियो जारी कर छत्तीसगढ़ सरकार और पुलिस पर उनके क्षेत्र के प्रवासी मजदूरों के कथित अपहरण करने का आरोप लगाया तो सारा तंत्र हरकत में आ गया। पश्चिम बंगाल पुलिस की ओर से मीडिया में आए बयानों में तो यह भी दावा किया गया है कि बंगाल के 750 से भी अधिक प्रवासी मजदूरों को दिल्ली और ओडिशा सहित देश के अन्य राज्यों में बांग्लादेशी होने के शक में हिरासत में लिया गया है। यह स्थिति सचमुच चिंताजनक है और इससे लगता है कि इस तरह की कार्रवाइयां पूरे देश में एनआरसी (राष्‍ट्रीय नागरिकता रजिस्‍टर) लागू किए जाने का पूर्वाभ्यास है। ऐसे में यह महज संयोग नहीं है कि जिन प्रवासी मजदूरों पर कार्रवाई की गई है, वे सब मुस्लिम हैं। इन प्रवासी मजदूरों पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत उन्हें संदिग्ध मानकर कार्रवाई की गई और यह सब तब सामने आया जब उन मजदूरों की ओर से बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिकाओं का कोर्ट ने संज्ञान लिया। ओडिशा में हिरासत में लिए गए एक व्यक्ति के बारे में तो यह भी पता चला है कि पुलिस ने उसके आधार कार्ड और वोटर आई कार्ड को स्वीकार नहीं किया और उससे जन्म प्रमाण पत्र की मांग की। निस्संदेह केंद्र सरकार अवैध नागरिकों को देश से बाहर निकालने को लेकर गंभीर है, जैसा कि गृह मंत्रालय के इसी साल मई में सारे राज्यों को भेजे गए निर्देश से पता चलता है, लेकिन इसके साथ यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि देश के एक भी नागरिक को मनमानी कार्रवाई के जरिये देश निकाला न दे दिया।

TAGGED:BANGLADESHI CITIZENChhaattisgarhEditorialMahua Moitra
Previous Article liquor shop Chhattisgarh टेमरी में शराब दुकान के विरोध में ग्रामीणों ने किया सदबुद्धि यज्ञ, 14 दिनों से कर रहें हैं आंदोलन
Next Article Ministry of Health and Family Welfare समोसा-जलेबी पर सिगरेट की तरह चेतावनी लेबल की खबर झूठी, स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी सफाई

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

मौसम विभाग का अलर्ट, इन राज्यों में होगी भारी बारिश, जानें अपने प्रदेश का हाल

लेंस डेस्क। मानसून ( Monsoon alert ) देश के सभी राज्यों में पहुंच चुका है…

By पूनम ऋतु सेन

आपराधिक लापरवाही का नतीजा

बंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में आईपीएल में पहली बार विजेता बनी आरसीबी के जश्न के…

By Editorial Board

मन की बात: ऑपरेशन सिंदूर से लेकर वोकल फॉर लोकल तक पीएम की बड़ी बातें 

द लेंस डेस्क। mann ki baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन…

By The Lens Desk

You Might Also Like

लेंस संपादकीय

भाजपा की जीत, कांग्रेस की दुर्गति

By The Lens Desk
Chinese Foreign Minister
English

Not a safe hedge

By Editorial Board
Rahul Gandhi at Delhi University
English

Don’t deny the nation of its debates

By Editorial Board
Mohan Bhagwat
लेंस संपादकीय

मोहन भागवत की चिंता

By Editorial Board
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?