रायपुर। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) यानी कि सीपीआई (एम) ने ‘गजा के लिए मौन’ का समर्थन करते हुए इजरायल के खिलाफ डिजिटल विरोध (Digital Protest) शुरू किया है। पार्टी ने लोगों से अपील की है कि इस डिजिटल विरोध के तहत लोग हर दिन आधे घंटे के लिए अपने मोबाइल फोन बंद करें। रात 9 से साढ़े 9 बजे तक एक प्रतीकात्मक एकजुटता के रूप मोबाइल फोन बंद करने की अपील की गई है।
सीपीआई (एम) ने हाल ही में जारी की गई संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट का हवाला देकर डिजिटल विरोध शुरू किया है। रिपोर्ट ‘कब्जे की अर्थव्यवस्था से नरसंहार की अर्थव्यवस्था तक’ टाइटल से बनी है, जो यह बता रही है कि कैसे विभिन्न मल्टीनेशनल कॉर्पोरेशन गजा पर इजरायल के हमले में शामिल हैं। इन कॉर्पोरेशन की भूमिका को उजागर किया जाना बेहद जरूरी और उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।
रिपोर्ट का हवाला देते हुए माकपा ने कहा कि ये कॉर्पोरेशन हमारे डिजिटल मार्क का फायदा उठाते हैं। इस तरह से फायदा उठाकर ऐसे कॉर्पोरेशन गजा में हुए नरसंहार को सक्षम बनाते हैं। ऐसे में हर दिन निर्धारित समय पर आधे घंटे के लिए अपने मोबाइल फोन बंद करने से डिजिटल व्यवधान होगा। यह एक छोटा प्रयास है, लेकिन यह प्रयास इजरायल के नरसंहार और रंगभेद को वित्तपोषित करने वाले निगरानी पूंजीवाद के खिलाफ एक प्रहार होगा। सीपीआई (एम) ने देश भर के लोगों से इस डिजिटल प्रतिरोध में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया है।