‘Einstein visa’ Controversy: अमेरिका में इमिग्रेशन को लेकर हमेशा से ही बहस होती रही है लेकिन हाल ही में एक वीजा प्रोग्राम ने फिर से सुर्खियां बटोरी हैं। इसे ‘आइंस्टीन वीजा’ के नाम से जाना जाता है क्योंकि यह असाधारण प्रतिभा वाले लोगों के लिए डिज़ाइन किया गया है लेकिन इस वीज़ा को हासिल करने के तरीके पर सवाल उठ रहें हैं? क्योंकि मेलानिया ट्रंप के EB-1 वीज़ा डोनाल्ड ट्रंप की इमिग्रेशन पॉलिसी के खिलाफ खड़ा होता दिख रहा है।
क्या है EB-1 वीज़ा?
EB-1 वीज़ा एक खास तरह का वीज़ा है, जो अमेरिका में स्थायी रूप से रहने और काम करने का मौका देता है। इसे ‘आइंस्टीन वीज़ा’ कहा जाता है क्योंकि यह अल्बर्ट आइंस्टीन जैसे दुनिया के टॉप टैलेंट को अमेरिका लाने के लिए बनाया गया था। इस वीज़ा के लिए आपको या तो असाधारण प्रतिभा वाला होना चाहिए जैसे एक वैज्ञानिक, कलाकार या प्रोफेसर या फिर एक बड़ी कंपनी में वरिष्ठ पद पर काम करना चाहिए।
ट्रंप की इमिग्रेशन पॉलिसी और विरोधाभास
मेलानिया ट्रंप, जो डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी हैं, उन्होंने 2001 में इस वीज़ा को हासिल किया था जब वे मॉडलिंग कर रही थीं लेकिन सवाल ये उठा कि क्या मेलानिया वाकई ‘असाधारण प्रतिभा’ की श्रेणी में फिट बैठती हैं? रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्होंने 1996 में पर्यटक वीज़ा पर अमेरिका में प्रवेश किया था और बाद में उन्हें कार्य वीज़ा मिले। 2001 में उन्होंने EB-1 वीज़ा के लिए आवेदन किया और इसे मंजूरी मिल गई।
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने कार्यकाल में इमिग्रेशन पर बहुत सख्त नीतियां लागू कीं। उन्होंने गैर-कानूनी इमिग्रेशन पर रोक लगाई और परिवार-आधारित इमिग्रेशन को भी सीमित किया लेकिन मेलानिया के वीज़ा को लेकर सवाल उठे क्योंकि ट्रंप ने ऐसे वीज़ा प्रोग्राम्स की आलोचना की थी। कुछ विशेषज्ञों ने कहा कि मेलानिया का मामला ‘सिस्टम की खामियों’ का फायदा उठाने का उदाहरण हो सकता है जबकि ट्रंप खुद इमिग्रेशन सिस्टम को मजबूत बनाने की बात करते थे।
पात्रता और मापदंड
EB-1 वीज़ा के लिए आपको राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त होना चाहिए। उदाहरण के लिए अगर आपने नोबेल पुरस्कार जीता है या आपके शोध को दुनिया भर में सराहा गया है तो आप पात्र हो सकते हैं। मेलानिया के मामले में उनका मॉडलिंग करियर को EB-1A श्रेणी (असाधारण प्रतिभा) के तहत माना गया लेकिन उनके काम की गुणवत्ता और पैमाने पर सवाल उठे।
विवाद और आलोचना
मेलानिया के वीज़ा को लेकर आलोचना इसलिए भी हुई क्योंकि ट्रंप ने इमिग्रेशन पर सख्त रुख अपनाया लेकिन उनकी पत्नी ने खुद एक ऐसे वीज़ा का फायदा उठाया जो उच्च स्तर की पात्रता की मांग करता है। कुछ लोगों ने इसे हाइपोक्रेसी का उदाहरण माना क्योंकि ट्रंप ने इमिग्रेशन सिस्टम को दुरुपयोग से बचाने की बात की लेकिन उनके अपने परिवार का मामला इसके विपरीत दिखता है।