प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ ( MAN KI BAAT )के 123वें एपिसोड में देशवासियों से दिल खोलकर बात की। 29 जून 2025 को सुबह 11 बजे आकाशवाणी, दूरदर्शन और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारित इस कार्यक्रम में पीएम ने योग, लोकतंत्र की रक्षा, अंतरिक्ष में भारत की उड़ान और पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर प्रेरणादायक बातें कहीं। यह एपिसोड 22 भारतीय भाषाओं, 29 बोलियों और 11 अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में लाखों लोगों तक पहुंचा।
योग से वैश्विक एकता की मिसाल
पीएम मोदी ने 21 जून को मनाए गए 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शानदार सफलता का जश्न मनाया। इस साल की थीम ‘योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ’ ने पूरी दुनिया को एकजुट किया। गुजरात के वडनगर में 2121 लोगों ने एक साथ भुजंगासन कर रिकॉर्ड बनाया, तो न्यूयॉर्क, लंदन और टोक्यो की सड़कों पर भी योग का रंग चढ़ा। पीएम ने कहा ‘योग अब सिर्फ व्यायाम नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक ताकत है, जो दुनिया को जोड़ रही है।’ स्कूलों, गांवों और सेना के जवानों ने भी योग को अपनाकर इसे जीवन का हिस्सा बनाया।
आपातकाल: लोकतंत्र का सबक
25 जून 1975 के आपातकाल को याद करते हुए पीएम ने इसे ‘भारत के लोकतंत्र पर सबसे बड़ा धब्बा’ बताया। उन्होंने कहा कि उस दौर में संविधान को रौंदा गया, लोगों को जेलों में डाला गया और न्यायपालिका की आजादी छीनी गई। पीएम ने 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने का ऐलान किया, ताकि नई पीढ़ी लोकतंत्र की कीमत समझे। पूर्व नेताओं जैसे मोरारजी देसाई और अटल बिहारी वाजपेयी के ऑडियो सुनाकर उन्होंने उस दौर की मुश्किलों को याद दिलाया।
अंतरिक्ष में भारत का परचम
भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की तारीफ करते हुए पीएम ने उनकी एक्सियम-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा को ऐतिहासिक बताया। शुभांशु ने 26 जून 2025 को अंतरिक्ष से भारत को ‘विशाल और भव्य’ देखा और ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया। पीएम ने कहा, ‘शुभांशु भले ही अंतरिक्ष में सबसे दूर हों, लेकिन 140 करोड़ भारतीयों के दिल के सबसे करीब हैं।’

स्वास्थ्य और पर्यावरण की चिंता
पीएम ने गर्व के साथ बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत को ट्रैकोमा (आंखों की बीमारी) से मुक्त घोषित किया है। यह उपलब्धि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की मेहनत का नतीजा है। साथ ही उन्होंने मोटापा कम करने के लिए संतुलित खानपान और छोटे-छोटे कदमों की सलाह दी। पर्यावरण के लिए ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को बढ़ावा देते हुए महाराष्ट्र के पाटोदा गांव की तारीफ की, जो कार्बन न्यूट्रल बना। अहमदाबाद के ‘मिशन फॉर मिलियन ट्रीज’ जैसे प्रयासों को भी सराहा गया।
सामाजिक सुरक्षा और आर्थिक प्रगति
पीएम ने अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) की ताजा रिपोर्ट का जिक्र किया, जिसमें बताया गया कि 95 करोड़ भारतीय अब सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ ले रहे हैं। 2015 से पहले यह संख्या सिर्फ 25 करोड़ थी। यह सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जीत है, जो गरीबों और जरूरतमंदों तक पहुंच रही हैं।
महिलाओं और युवाओं का सशक्तिकरण
तेलंगाना के भद्राचलम की महिलाओं की कहानी सुनाकर पीएम ने उनके जज्बे को सलाम किया। ये महिलाएं मिलेट्स से बिस्किट बनाकर लंदन तक निर्यात कर रही हैं और 40,000 इको-फ्रेंडली सैनिटरी पैड्स बनाकर पर्यावरण व महिला स्वास्थ्य के लिए काम कर रही हैं। पीएम ने कहा कि ऐसी कहानियां ‘मन की बात’ को प्रेरणा का मंच बनाती हैं। कैलाश मानसरोवर, अमरनाथ यात्रा (3 जुलाई से शुरू) और जगन्नाथ रथ यात्रा को ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का प्रतीक बताते हुए पीएम ने इनके आयोजन में लगे स्वयंसेवकों की तारीफ की। हालांकि रथ यात्रा में स्टैम्पेड जैसे हादसों पर चिंता जताई और सुरक्षा पर ध्यान देने की बात कही।
1 जुलाई को डॉक्टर्स डे और चार्टर्ड अकाउंटेंट्स डे के मौके पर पीएम ने इन पेशेवरों को देश का गौरव बताया। उन्होंने कहा ‘डॉक्टर्स हमारी सेहत और CA हमारी आर्थिक सेहत संभालते हैं। इनका योगदान अनमोल है।’ पीएम ने भगवान बुद्ध के विचारों को वैश्विक एकता का आधार बताया। वियतनाम का उदाहरण देते हुए कहा कि बुद्ध की शिक्षाएं देशों और संस्कृतियों को जोड़ती हैं। पीएम ने ‘मन की बात’ को जनता का मंच बताया, जहां लोग अपनी कहानियां साझा करते हैं। उन्होंने देशवासियों से 1800-11-7800 पर अपने विचार भेजने की अपील की ताकि अगले एपिसोड में उनकी कहानियां शामिल हो सकें।