बस्तर। बस्तर स्थित एनएमडीसी के नगरनार स्टील प्लांट में निजी कंपनी ने 50 से ज्यादा मजदूरों को नौकरी से निकाल दिया है। ये सभी आस-पास के गांव में रहने वाले मजदूर हैं। जब मजदूर सुबह प्लांट पहुंचे तो उन्हें अंदर जाने नहीं दिया गया। इसके बाद प्लांट के बाहर कर्मचारियों ने हंगामा किया। कर्मचारियों का कहना है कि प्लांट स्थानीय लोगों को निकालकर, बाहरी लोगों की भर्ती करना चाह रहा है। Nagarnar Steel Plant
भाजपा नेत्री गीता देवी मजदूरों के साथ नगरनार स्टील प्लांट पहुंच गई। उन्होंने इस दौरान कहा कि एनएमडीसी प्लांट में 52 आदमियों को निकाल दिया गया है। बिना नोटिस, बिना जानकारी देते हुए। मैं सोच रही थी बस्तर के लिए विकास हो रहा है। यह तो बस्तर के लोगों के साथ विनाश हो रहा है। एनएमडीसी हम लोग सोच रहे थे इससे विकास होगा। “आज बस्तर में विकास नहीं हो रहा है विनाश हो रहा है। तत्काल डिसीजन लेकर इन लोगों को नौकरी से निकाल दे रहा है। इसमें सब मिली भगत है एनएमडीसी की मिली भगत है, उनको बोलकर कोई फायदा नहीं है। यहां कोई कंपनी विकास नहीं कर रही है।यह तो विकास नहीं विनाश हो रहा है।
मजदूरों का कहना है कि नगरनार स्टील में कार्यरत ठेका कंपनी सीडीएलपी ने अपने अधीन पचासों मजदूरों को काम से बेदखल कर दिया है। ज्यादातर मजदूर इस ठेका कंपनी के माध्यम से प्लांट में 3 और 4 साल से सेवा देते आ रहे थे। किसी को ना नोटिस दिया गया और न ही कोई कारण बताया गया। सोमवार को जब मजदूर ड्यूटी पर पहुंचे तब उन्हें अचानक उन्हें काम नहीं करने हेतु निर्देश दे दिया गया। हम सभी का गेटपास कंपनी ने कैंसल करा दिया है और कार्य में नहीं आने का निर्देश दिया है।