इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में अब हर पेट्रोल पंप में प्रदूषण जांच केंद्र (पीयूसी सेंटर) खोला जाएगा। इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह ने इस संबंध में एक आदेश जारी किया है। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के तहत जिला प्रशासन ने यह फैसला किया है। वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रदूषण जांच को अनिवार्य कर दिया है। NCAP की बैठक में जिला प्रशसन के अफसरों के साथ-साथ नगर निगम के जिम्मेदार अफसरों के अलावा पेट्रोल पंप संचालक शामिल थे।
दरअसल, इंदौर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) खराब होने की वजह से इंदौर को साफ हवा की कवायद किए जाने वाले शहर में रखा गया है। इसके बाद ही जिला प्रशासन ने पीयूसी सेंटर को लेकर यह फैसला किया है।
इस फैसले के बाद हर पेट्रोल पंप पर वाहनों के उत्सर्जन की निगरानी के लिए पीयूसी सेंटर अनिवार्य होंगे। कलेक्टर ने बताया कि हम शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। हमने पाया है कि शहर में सबसे ज्यादा प्रदूषण वाहनों के उत्सर्जन से होता है। इसके मद्देनजर हम सुनिश्चित करेंगे कि शहर के सभी पेट्रोल पंपों पर पीयूसी केंद्र स्थापित हो जाएं।
कलेक्टर ने बताया कि पीयूसी केंद्र स्थापित करने के लिए पेट्रोल पंप संचालकों को 15 दिन की मोहलत दी जाएगी। 15 दिन में हर पेट्रोल पंप में पीयूसी जांच होगी।
इंदौर की सफाई और हवा को लेकर वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश हिंदुस्तानी ने कहा कि इंदौर सफाई में देश में नंबर वन तो है ही, इंदौर ने वायु प्रदूषण खत्म करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठाया है। हाल ही में जो सर्वे आया है उसमें इंदौर के वायुमंडल में PM पार्टिकल की कमी आई है। इसका मतलब हुआ है कि इंदौर के वायुमंडल में गंदगी कम हुई है, प्रदूषण कम हुआ है और लोगों को साफ हवा मिल रही है।
आपको बता दें कि इंदौर की हवा में पिछले कुछ सालों के मुकाबले काफी सुधार हुआ है। इंदौर जिला प्रशासन की तरफ से लगातार इस संबंध में कोशिशें की जातीं रहीं हैं। इन कोशिशों के बाद ही मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 2024-25 में इंदौर में वायु गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया। पिछले वर्ष की तुलना में पीएम 10 के स्तर में 14 प्रतिशत की कमी आई है। इस वर्ष भी सुधा है, लेकिन अभी भी काफी कवायद करने की जरूरत है।