इंदौर। युवा कारोबारी राजा रघुवंशी (RAJA RAGHUWANSHI MURDER CASE) की मेघालय के शिलांग में हनीमून के दौरान हुई हत्या ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया। यह कोई आम अपराध नहीं, बल्कि एक ऐसी सुनियोजित साजिश थी जिसने विश्वास और रिश्तों की नींव को हिला दिया। इस हत्याकांड में राजा की नई-नवेली पत्नी सोनम रघुवंशी और उनके कथित प्रेमी राज कुशवाहा के साथ तीन अन्य लोग शामिल थे। यह घटना 2025 के पहले छह महीनों में भारत के सबसे बड़े हादसों में शामिल है।
23 मई 2025 को मेघालय के चेरापूंजी में वेई सावडोंग झरने के पास इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह हादसा तब हुआ जब राजा अपनी पत्नी सोनम के साथ हनीमून मनाने मेघालय गए थे। पुलिस के मुताबिक यह हत्या चार कोशिशों के बाद पूरी हुई। दोपहर 2:00 से 2:18 बजे के बीच 18 मिनट के अंदर आकाश राजपूत, विशाल चौहान, आनंद कुर्मी ने बारी-बारी से राजा पर धारदार हथियारों से हमला किया। पोस्टमार्टम में पता चला कि राजा के सिर पर दो गहरे घाव थे जिसे मौत हुई।
राजा और सोनम की शादी 11 मई 2025 को इंदौर में हुई थी। शादी के ठीक 9 दिन बाद 20 मई को, दोनों हनीमून के लिए मेघालय गए। 21 मई को गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर के दर्शन के बाद वे शिलांग पहुंचे। 23 मई को सोनम ने राजा की मां उमा रघुवंशी से आखिरी बार फोन पर बात की। उसी दिन राजा की हत्या कर दी गई। 2 जून को उनकी सड़ी-गली लाश एक गहरी खाई में मिली।
पुलिस की जांच ने एक ऐसी कहानी उजागर की जो दिल दहला देने वाली थी। इस हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता कोई और नहीं बल्कि राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी थी। सोनम ने अपने कथित प्रेमी राज कुशवाहा के साथ मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया। मेघालय पुलिस ने बताया कि सोनम ने राज कुशवाहा को 50,000 रुपये दिए और राजा की हर गतिविधि की जानकारी लाइव लोकेशन के जरिए हत्यारों तक पहुंचाई।
चार बार की कोशिश, आरोपियों का खुलासा
हत्यारों ने राजा की जान लेने के लिए चार बार कोशिश की। पहला प्रयास गुवाहाटी में नाकाम रहा। फिर शिलांग और मावलाखियत गांव में दो और कोशिशें विफल हुईं। आखिरकार 23 मई को वेई सावडोंग झरने के पास सुनसान जगह पर हत्या को अंजाम दिया गया। पुलिस का कहना है कि हत्या के समय सोनम वहां मौजूद थी। उसने अपने पति को तड़पते हुए देखा और बाद में शव को खाई में फेंकने में भी मदद की।
चारों आरोपी आकाश राजपूत, विशाल चौहान, आनंद कुर्मी और राज कुशवाहा ने अपना गुनाह कबूल किया। उन्होंने बताया कि यह कोई सुपारी किलिंग नहीं थी बल्कि राज कुशवाहा के लिए उनके दोस्तों ने दोस्ती निभाने के लिए यह हत्या की।
हैरान करने वाले खुलासे
राजा और सोनम हनीमून पर 10 लाख रुपये से ज्यादा की कीमत के गहने ले गए थे, जिनमें हीरे की अंगूठी और चेन शामिल थी। कॉल रिकॉर्ड्स से पता चला कि सोनम और राज कुशवाहा ने 16 से 23 मई के बीच 30 बार फोन पर बात की। शादी के चार दिन बाद ही 15 मई को, दोनों इंदौर के एक कैफे में मिले थे।
हत्या के बाद सोनम 25 मई को इंदौर लौटी और राज कुशवाहा से एक किराए के कमरे में मिली। फिर वह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर भाग गई, जहां 9 जून को एक ढाबे पर उसे देखा गया। ढाबा मालिक ने पुलिस को सूचना दी और सोनम ने नंदगंज पुलिस स्टेशन में आत्मसमर्पण किया।
मेघालय पुलिस और इंदौर क्राइम ब्रांच ने मिलकर चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया। 11 जून को उन्हें शिलांग कोर्ट में पेश किया गया जहां 8 दिन की रिमांड मिली। विशाल चौहान के घर से हत्या के समय पहने गए खून से सने कपड़े बरामद हुए।