नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अपने आधिकारिक आवास पर एक सिंदूर का पौधा रोपा। यह पौधा उन्हें गुजरात के कच्छ जिले की महिलाओं द्वारा भेंट किया गया था, जो पर्यावरण संरक्षण और स्थानीय समुदायों की आजीविका को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही हैं।
सिंदूर के पौधे को पानी देने हुए तस्वीर के साथ की गई X पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा, “1971 के युद्ध में साहस और पराक्रम की अद्भुत मिसाल पेश करने वाली कच्छ की वीरांगना माताओं-बहनों ने हाल ही में गुजरात के दौरे पर मुझे सिंदूर का पौधा भेंट किया था। विश्व पर्यावरण दिवस पर आज मुझे उस पौधे को नई दिल्ली के प्रधानमंत्री आवास में लगाने का सौभाग्य मिला है। यह पौधा हमारे देश की नारीशक्ति के शौर्य और प्रेरणा का सशक्त प्रतीक बना रहेगा।“
कच्छ की महिलाओं ने इस पौधे को भेंट करने के पीछे एक विशेष उद्देश्य बताया। मीडिया से महिलाओं ने कहा कि सिंदूर का पौधा न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह स्थानीय कारीगरों और किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में भी मदद करता है। इस पहल से कच्छ की महिलाएं न केवल पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे रही हैं, बल्कि अपनी आजीविका को भी मजबूत कर रही हैं।
इसके अलावा पीएम मोदी ने एक पेड़ मां के नाम अभियान की भी शुरुआत की। उन्होंने दिल्ली के भगवान महावीर वनस्थली पार्क में एक पौधा लगाया। इस बारे में उन्होंने पोस्ट कर कहा कि यह अरावली पर्वतमाला को फिर से वनीकरण करने के हमारे प्रयास अरावली ग्रीन वॉल परियोजना का भी एक हिस्सा है। इस अवसर पर पीएम ने दिल्ली सरकार की पहल के तहत इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
सिंदूर का पौधा, जिसे वैज्ञानिक रूप से बिक्सा ओरेलाना के नाम से जाना जाता है, अपनी लाल रंग की फलियों के लिए प्रसिद्ध है, जिनका उपयोग प्राकृतिक रंग और पारंपरिक सौंदर्य प्रसाधनों में किया जाता है। यह पौधा न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि आर्थिक रूप से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह स्थानीय समुदायों के लिए आय का स्रोत प्रदान करता है।