नेशनल ब्यूरो/नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यह दावा करके चौंका दिया है कि भारत ने ऑपरेशन शुरू होते ही पाकिस्तान को यह सूचना दे दी थी कि भारत सिर्फ और सिर्फ आतंकवादी ढांचे पर हमला कर रहा है, न कि पाक सैनिकों पर। युद्धरत होने या युद्ध के पहले ऐसी सूचना दुश्मन देश को देने पर विशेषज्ञों ने आश्चर्य व्यक्त किया है।
भारत और पाकिस्तान के बीच गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद होने पर गुरुवार को विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा, “यह स्पष्ट है कि गोलीबारी बंद होना कौन चाहता था।” “हमने आतंकवादी ढांचे को नष्ट करके जो लक्ष्य निर्धारित किए थे, उन्हें प्राप्त कर लिया।”
विदेश मंत्री ने कहा कि चूंकि मुख्य लक्ष्य प्राप्त हो गए थे, इसलिए मुझे लगता है कि हमने उचित रूप से यह रुख अपनाया, क्योंकि ऑपरेशन की शुरुआत में ही हमने पाकिस्तान को यह संदेश भेज दिया था कि हम आतंकवादी ढांचे पर हमला कर रहे हैं, न कि सेना पर और सेना के पास यह विकल्प है कि वह अलग खड़ी रहे और हस्तक्षेप न करे।
एस. जयशंकर का कहना है कि पाकिस्तान ने उस अच्छी सलाह को न मानने का विकल्प चुना। नतीजतन, एक बार 10 मई की सुबह उन्हें बुरी तरह से मारा गया। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि हमने कितना नुकसान किया और उन्होंने कितना कम नुकसान किया। यह स्पष्ट है कि कौन गोलीबारी बंद करना चाहता था।
…तो क्या बालाकोट हवाई हमले की जानकारी भी थी !

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अप्रैल 2024 में कर्नाटक के बागलकोट में रैली में बालाकोट हवाई हमले का जिक्र किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि 26 फरवरी, 2019 को भारतीय वायु सेना द्वारा पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर किए गए हमले से पहले उन्होंने पाकिस्तानी अधिकारियों को सूचित करने का प्रयास किया था। पीएम ने कहा था, “मैंने सुरक्षा बलों को निर्देश दिया था कि हमले की जानकारी मीडिया को देने से पहले मैं पाकिस्तानी अधिकारियों को फोन करूंगा। लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। इसलिए मैंने इंतजार करने को कहा और सूचना देने के बाद ही हमने हमले की जानकारी सार्वजनिक की।”
केरल कांग्रेस ने लगाए आरोप
इस मामले पर केरल कांग्रेस हमलावर है। एक पोस्ट में केरल कांग्रेस ने कहा है कि एक समाचार एजेंसी के ट्वीट में दावा किया गया है कि डॉ. जयशंकर ने एक सैन्य कार्रवाई से संबंधित गोपनीय जानकारी पाकिस्तान को लीक की।
ट्वीट में कहा गया, “डॉ. जयशंकर ने स्ट्राइक के बारे में जानकारी पाकिस्तान को लीक की। वे अब विदेश मंत्री के पद पर बने रहने के योग्य नहीं हैं। @narendramodi उनसे आज ही इस्तीफा मांगें और उन्हें बर्खास्त करें। हम राष्ट्रीय सुरक्षा को ऐसे लोगों के हाथों में नहीं सौंप सकते।”
इस मामले पर क्या कहते हैं रक्षा विशेषज्ञ
इस मामले पर रक्षा विशेषज्ञ अजीत सिंह ने द लेंस को बताया कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत घोषित युद्ध के दौरान ऐसा किया जा सकता है। लेकिन सेल्फ डिफेंस में यदि आतंकी ठिकानों पर ऐसी कार्रवाई की जा रही है तो उसकी जानकारी दुश्मन देश को देना जरूरी नहीं है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यदि पाकिस्तान को इसकी सूचना पहले दे दी थी तो यह उनकी और देश की जिम्मेदारी को दर्शाता है। लेकिन यह बात भी सही है कि अगर पाकिस्तान को बगैर सूचना दिए कार्रवाई की गई होती तो परिणाम और बेहतर हो सकते थे।
रक्षा विशेषज्ञ अजय साहनी का कहना है कि किसी देश द्वारा हमले से पहले दुश्मन देश को किसी किस्म की सूचना देने जा कोई प्रावधान नहीं है। निस्संदेह अगर सूचना दी गई तो इसका फायदा नहीं नुकसान हुआ है। हमें इस बात की खबर लग गई थी कि पाकिस्तान ने मसूद अजहर और हाफिज सईद को सुरक्षित इलाकों में छिपा दिया है।