- पिछले पांच सालों में 297 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ
ताजमहल ने टिकटों की बिक्री से पांच साल में कमाई के सभी रिकॉर्ड तोड़े दिए हैं। वित्त वर्ष 2019-20 से 2023-24 के बीच भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा संरक्षित स्मारकों में से ताजमहल ने सबसे अधिक आय अर्जित की है।
सरकार द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले पांच सालों में 297 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। आंकड़ों से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2024 में टिकट बिक्री से 98.5 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई हुई है। यह जानकारी केंद्र सरकार ने राज्यसभा में साझा की।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने एक लिखित उत्तर में यह आंकड़े पेश किए। उनसे पूछा गया था कि पिछले पांच वर्षों में विभिन्न स्मारकों से टिकट बिक्री के माध्यम से एसआई को कितनी आय हुई है और किस स्मारक ने सबसे अधिक कमाई की है।
मंत्री ने वित्तीय वर्ष 2019-20 से लेकर 2023-24 तक के आंकड़े पेश किए, जिनमें हर वर्ष ताज महल सबसे अधिक आय अर्जित करने वाला स्मारक रहा। आंकड़ों से यह भी पता चला कि वित्त वर्ष 2024 में ताजमहल देखने 67,80,215 लोग आए, जो पिछले पांच सालों में सबसे अधिक है। वित्त वर्ष 2019-20 में आगरा का किला और दिल्ली का कुतुब मीनार क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
वहीं, 2020-21 में तमिलनाडु स्थित मामल्लापुरम समूह और ओडिशा का कोणार्क सूर्य मंदिर क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। ताजा आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 में दिल्ली के कुतुब मीनार और लाल किला दूसरे और तीसरे स्थान पर थे।