- बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने चर्चा के दौरान दिखाई संविधान की हरी किताब दिखाकर
नई दिल्ली। लोकसभा में बुधवार को वक्फ संशोधन बिल 2025 पेश करने के दौरान संविधान की किताबों के रंग को लेकर भी खूब चर्चा रही। बिल पर पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार बहस हुई। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने सबसे पहले बिल का विरोध जताया, जिसके बाद पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद ने जवाब दिया।
दरअसल, कांग्रेस सांसद और नेता विपक्ष राहुल गांधी संसद में बहस के दौरान अक्सर संविधान की लाल रंग की किताब दिखाते हैं। रवि शंकर प्रसाद ने उसी को लक्षित करते हुए संविधान की हरी रंग की किताब दिखाई।
रवि शंकर प्रसाद ने कांग्रेस के संविधान की लाल किताब दिखाने पर कहा कि आज मैं आपको संविधान की हरी किताब दिखाऊंगा, जो संसद में रखी हुई है।उन्होंने कहा कि विपक्ष इस बिल को लेकर असमंजस में है और उनके तर्क स्पष्ट नहीं हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि जब संशोधन की जरूरत भी बताई जा रही है और विरोध भी किया जा रहा है, तो यह विरोधाभास क्यों?
उन्होंने संविधान का जिक्र करते हुए कहा कि धारा 15 के तहत महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जा सकता और सरकार उनके उत्थान के लिए कानून बना सकती है। यदि यह बिल महिलाओं के अधिकारों और पिछड़े वर्गों के हितों की रक्षा के लिए लाया गया है, तो इसे असंवैधानिक कैसे कहा जा सकता है?
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में पिछड़े मुसलमान रहते हैं, जिन्हें वक्फ प्रबंधन में कोई अवसर नहीं मिलता। उन्होंने संविधान की धारा 15 का हवाला देते हुए कहा कि यदि इस संशोधन से उन्हें वक्फ में भागीदारी का मौका मिलता है, तो इसका विरोध क्यों हो रहा है?