धमतरी जिले में एक अनोखी घटना सामने आई है, जहां नगरी ब्लॉक के कौहाबाहरा गांव की एक महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया। इनमें तीन बेटियां और एक बेटा है। प्रसव तय समय से पहले, सात महीने में ही हो गया। धमतरी के उपध्याय नर्सिंग होम में हुई इस डिलीवरी के बाद डॉक्टरों ने बताया कि मां और उनके सभी नवजात बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हैं। बच्चों का वजन 1.5 किलोग्राम, 1.3 किलोग्राम, 1.1 किलोग्राम और 900 ग्राम है।
इससे पहले भी छत्तीसगढ़ में ऐसा मामला देखने को मिला था। पिछले साल 27 जुलाई 2024 को सुकमा जिले के हमीरगढ़ गांव की एक महिला ने जगदलपुर के बंसल नर्सिंग होम में चार बच्चों को जन्म दिया था। उस घटना में दो बेटे और दो बेटियों का जन्म हुआ था। उस महिला के पति हिरमा कवासी अपने गांव के सरपंच रह चुके हैं। हालांकि इससे पहले तीन बच्चों के जन्म के कई उदाहरण सामने आ चुके थे।
लेप्रोस्कोपिक विशेषज्ञ डॉ. रोशन उपाध्याय ने मीडिया को बताया कि किसी महिला का एक साथ चार बच्चों को जन्म देना असामान्य घटना है। यह सामान्यतः प्राकृतिक रूप से नहीं होता, बल्कि मेडिकल इंटरवेंशन या अन्य कारणों, जैसे इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) या मल्टीपल प्रेगनेंसी के कारण संभव हो सकता है।