[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
उत्तर भारत में ठंड का कहर, बर्फबारी और शीतलहर जारी, दिल्ली में ठंड और प्रदूषण की दोहरी मार
इंडिगो क्राइसिस के बाद DGCA ने लिया एक्शन, अपने ही चार इंस्पेक्टर्स को किया बर्खास्त,जानिये क्या थी वजह
ट्रैवल कारोबारी ने इंडिगो की मनमानी की धज्जियां उधेड़ी
287 ड्रोन मार गिराने का रूस का दावा, यूक्रेन कहा- हमने रक्षात्मक कार्रवाई की
छत्तीसगढ़ सरकार को हाई कोर्ट के नोटिस के बाद NEET PG मेडिकल काउंसलिंग स्थगित
विवेकानंद विद्यापीठ में मां सारदा देवी जयंती समारोह कल से
मुखर्जी संग जिन्ना की तस्‍वीर पोस्‍ट कर आजाद का BJP-RSS पर हमला
धान खरीदी में अव्यवस्था के खिलाफ बस्तर के आदिवासी किसान सड़क पर
विश्व असमानता रिपोर्ट 2026: भारत की राष्ट्रीय आय का 58% हिस्सा सबसे अमीर 10% लोगों के पास
लोकसभा में जोरदार हंगामा, विपक्ष का वॉकआउट, राहुल गांधी ने अमित शाह को दे दी चुनौती
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
लेंस रिपोर्ट

वक्फ बिल पर जेपीसी की रिपोर्ट सदन में पेश, विरोध में पूरा विपक्ष

The Lens Desk
The Lens Desk
Published: February 13, 2025 2:08 PM
Last updated: March 6, 2025 3:33 PM
Share
SHARE

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “वक्फ बोर्ड पर जेपीसी की रिपोर्ट से कई सदस्य असहमत हैं। उन नोट्स को हटाना और हमारे विचारों को दबाना सही नहीं है। यह लोकतंत्र के खिलाफ है। असहमति रिपोर्ट को हटाने के बाद पेश की गई किसी भी रिपोर्ट की मैं निंदा करता हूं। हम ऐसी फर्जी रिपोर्ट को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। अगर रिपोर्ट में असहमति के विचार ही नहीं हैं, तो उसे वापस भेजा जाना चाहिए और फिर से पेश किया जाना चाहिए।”

नई दिल्ली। वक्फ संशोधन बिल पर बनी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की रिपोर्ट आज संसद के दोनों सदनों में पेश की गई। विपक्षी दलों ने इस रिपोर्ट में असहमति को शामिल न किए जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। विपक्षी सदस्यों ने इसे असंवैधानिक करार देते हुए आरोप लगाया कि यह कदम वक्फ बोर्ड को बर्बाद करने की साजिश है। इससे पहले 30 जनवरी को जेपीसी की यह रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंपी गई थी।

बिल राज्यसभा में पेश होते ही विपक्ष ने संयुक्त रूप से विरोध शुरू कर दिया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “वक्फ बोर्ड पर जेपीसी की रिपोर्ट से कई सदस्य असहमत हैं। उन नोट्स को हटाना और हमारे विचारों को दबाना सही नहीं है। यह लोकतंत्र के खिलाफ है। असहमति रिपोर्ट को हटाने के बाद पेश की गई किसी भी रिपोर्ट की मैं निंदा करता हूं। हम ऐसी फर्जी रिपोर्ट को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। अगर रिपोर्ट में असहमति के विचार ही नहीं हैं, तो उसे वापस भेजा जाना चाहिए और फिर से पेश किया जाना चाहिए।”

तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि समिति को सौंपे गए उनके असहमति नोट्स को रिपोर्ट से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा, “नियमों के अनुसार केवल अनुचित बातें ही हटाई जा सकती हैं, लेकिन हमारे कानूनी बिंदुओं पर भी विचार नहीं किया गया। हम इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और स्पीकर से भी मुलाकात करेंगे।”

झारखंड मुक्ति मोर्चा की सांसद महुआ माझी ने कहा कि “जेपीसी पक्षपातपूर्ण रही है। आज केंद्र सरकार की नजर वक्फ की जमीन पर है, कल वे दूसरे धर्मों की जमीन हड़पेंगे।”

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा, “मैं खुद जेपीसी का सदस्य रहा हूं, लेकिन यह दुखद है कि विपक्ष द्वारा जताई गई असहमति और विरोध को रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया। जेपीसी की रिपोर्ट को मजाक बना दिया गया है। लोकतंत्र में हर पार्टी को अपनी राय रखने का अधिकार है, फिर उसे नजरअंदाज कैसे किया जा सकता है?”

डीएमके सांसद मोहम्मद अब्दुल्लाह ने कहा, “हम इसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं करेंगे। हमारा रुख शुरुआत से ही स्पष्ट रहा है। इसके अलावा, एक और महत्वपूर्ण मुद्दा यह है कि हमने समिति को असहमति नोट्स सौंपे थे, लेकिन जेपीसी चेयरमैन ने उनके बड़े हिस्से को हटा दिया है। हम इस मामले में लोकसभा स्पीकर और राज्यसभा चेयरमैन से अपील करेंगे।”

TAGGED:Big_News_3PoliticalWAQF Bill
Previous Article राजिम में कुंभ कल्प शुरू, 26 को महाशिवरात्र‍ि पर होगा शाही स्‍नान
Next Article मुख्‍यमंत्री साय ने पत्‍नी संग महाकुंभ में लगाई डुबकी, कांग्रेस विधायक भी साथ
Lens poster

Popular Posts

राहुल गांधी की जान को खतरा! कांग्रेस को देनी पड़ी सफाई, जानें क्‍या है मामला?

नई दिल्‍ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की जान को खतरा बताते हुए उनके वकील ने…

By Lens News Network

Making religion roomy

Pope Francis died today on Easter Monday at his Vatican residence. Pope for 12 years…

By Editorial Board

कांग्रेस ने उछाला मंत्री केदार की पत्नी की परीक्षा का मामला, 10 साल बाद भी पता नहीं चला कि ‘वो’ कौन थी?

रायपुर। कांग्रेस ने मंगलवार को प्रदेश के वन मंत्री केदार कश्यप पर सीधा हमला बोला…

By दानिश अनवर

You Might Also Like

kashi mokshs bhavans moksh
लेंस रिपोर्ट

धर्म की नगरी में मृत्यु की प्रतीक्षा !

By आवेश तिवारी
देश

अखिलेश यादव ने बीमा धारकों को क्‍यों चेताया, लिखा खुला खत, केंद्र सरकार को घेरा

By The Lens Desk
Special Report on RTI Act
लेंस रिपोर्ट

RTI के 20 साल, पारदर्शिता का हथियार अब हाशिए पर क्यों?

By पूनम ऋतु सेन
bihar katha
लेंस रिपोर्ट

बिहार : जंगल राज का सच चुनावी बिगुल या बदहाल कानूनी व्यवस्था को आईना

By राहुल कुमार गौरव

© 2025 Rushvi Media LLP. 

Facebook X-twitter Youtube Instagram
  • The Lens.in के बारे में
  • The Lens.in से संपर्क करें
  • Support Us
Lens White Logo
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?