बेंगलुरू। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज सुबह (6 मार्च) तमिलनाडु में बड़ी छापेमारी की है। यह कार्रवाई डीएमके नेता और राज्य के आबकारी मंत्री सेंथिल बालाजी और उनके करीबियों के खिलाफ की गई है। रिश्तेदारों और दोस्तों के कुल 10 ठिकानों पर छापेमारी की गई है।
छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़ी हुई है। करूर में तीन प्रमुख स्थानों पर छापेमारी की गई। केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ केरल और तेलंगाना से अधिकारी छापेमारी के लिए पहुंचे थे। छापे बेंगलुरु, कोलार, तुमकुरु, कलबुर्गी, विजयपुरा, दावणगेरे और बागलकोट जिलों में मारे गए। करूर में कोडाई नगर शक्ति मेस के मालिक कार्तिक, 80 फीट रोड स्थित एमसीएस शंकर और रायनूर इलाके के कोंगू मेस के मालिक मणि के परिसरों पर भी छापे मारे गए।
सेंथिल बालाजी पहले एआईडीएमके के नेता थे और उस दौरान मंत्री पद पर रहते हुए उन पर रिश्वत लेने के गंभीर आरोप लगे। बाद में उन्होंने डीएमके का दामन थाम लिया और वर्तमान में तमिलनाडु सरकार में आबकारी, विद्युत और उत्पाद शुल्क विभागों के मंत्री हैं।
हाल ही में रिहा हुए थे सेंथिल
अगस्त 2022 में ईडी ने सेंथिल बालाजी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चार्जशीट दायर की थी। इसके बाद, 14 जून 2023 को उन्हें गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि परिवहन मंत्री रहते हुए उन्होंने नौकरी के बदले नकद घूस ली थी।
बालाजी करीब 471 दिन जेल में रहे और सितंबर 2024 में सुप्रीम कोर्ट से जमानत पाने में सफल हुए। इससे पहले, उन्होंने मद्रास हाई कोर्ट और निचली अदालतों में जमानत के लिए अर्जी दी थी, लेकिन वहां उन्हें राहत नहीं मिली थी।