[
The Lens
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Latest News
गलतफहमी न पालें, चंद्र ग्रहण देखने से नहीं होता कोई दुष्प्रभाव
मंत्री केदार कश्यप ने लकवागस्त चतुर्थश्रेणी कर्मचारी को मारे कई थप्पड़
Regent Procurement Scandal: मोक्षित कॉर्पोरेशन की दो आलीशान कारें जब्‍त
आतंकी फंडिंग मामले में 6.34 लाख रुपये की संपत्ति जब्त
इच्छा मृत्यु मांगने वाले BJP नेता से मिले सीएम साय, अब एम्‍स में चल रहा इलाज
The Bengal Files पर बोले नेताजी के परपोते चंद्र कुमार बोस, ‘फिल्म में राजनीतिक हस्तक्षेप ठीक नहीं’
कर्नाटक चुनाव आयोग अध्यक्ष ने कहा- “लोकतंत्र में बैलेट पेपर सर्वोत्तम प्रथा”
बिलासपुर हाईकोर्ट का बड़ा फैसला, मैट्रिक सर्टिफिकेट ही उम्र निर्धारण का अंतिम आधार
Chhattisgarh Drug Racket: नव्या मलिक और विधि अग्रवाल जेल भेजी गईं, 15 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में
भारत में लॉन्च हुई वियतनाम की EV CAR VinFast, 2028 तक मुफ्त चार्जिंग के अलावा और क्‍या है खास?
Font ResizerAa
The LensThe Lens
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
  • वीडियो
Search
  • होम
  • लेंस रिपोर्ट
  • देश
  • दुनिया
  • छत्तीसगढ़
  • बिहार
  • आंदोलन की खबर
  • सरोकार
  • लेंस संपादकीय
    • Hindi
    • English
  • वीडियो
  • More
    • खेल
    • अन्‍य राज्‍य
    • धर्म
    • अर्थ
    • Podcast
Follow US
© 2025 Rushvi Media LLP. All Rights Reserved.
आंकड़ा कहता है

2050 तक भारत की एक तिहाई आबादी मोटापे के गिरफ्त में, क्या कहती है स्टडी ?

पूनम ऋतु सेन
Last updated: April 16, 2025 1:55 am
पूनम ऋतु सेन
Byपूनम ऋतु सेन
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की...
Follow:
Share
SHARE

मोटापा अब महामारी का रूप ले रहा है. इस बात पर लैंसेट की एक नई स्टडी मुहर लगा रही है. लैंसेट एक मेडिकल जर्नल है जो चिकित्सा संबंधी रिपोर्ट्स पेश करता है. हाल ही में इसकी एक रिपोर्ट सामने आयी है जिसके अनुसार 2050 तक भारत में करीबन 21.8 करोड़ पुरुष और 23.1 करोड़ महिलाएं अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त हो जायेंगे. यानी कुल मिलाकर 44.9 करोड़ लोग इस बीमारी का हिस्सा होंगे. सीधे शब्दों में ये देश की अनुमानित आबादी का लगभग एक तिहाई होगा. इसी रिपोर्ट के अनुसार विश्व स्तर पर देखें तो 2050 तक आधे से अधिक वयस्क और एक तिहाई बच्चे और किशोर अधिक वजन वाले या मोटापे से ग्रस्त हो जाएंगे.

युवा वर्ग में तेजी से फैल रहा मोटापा

इस स्टडी में एक और बात निकलकर सामने आयी है कि 15 से 24 साल की उम्र के बीच के लोगों में मोटापे की दर तेजी से बढ़ेगी यानी इसका शिकार ज्यादातर युवा वर्ग है. पहले के आंकड़ों पर नज़र डालें तो युवा पुरुषों में अधिक वजन या मोटापे की संख्या 1990 में 0.4 करोड़ थी, जो 2021 में बढ़कर 1.68 करोड़ हो गई और 2050 तक इसके 2.27 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है. युवा महिलाओं में यह संख्या 1990 में 0.33 करोड़ थी, 2021 में 1.3 करोड़ हो गई और 2050 तक इसके 1.69 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है.

मोटापे के साथ अन्य बीमारियों का खतरा


भारत ने साल 2021 में चीन और संयुक्त राज्य को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया, जो इस समस्या की गंभीरता को दर्शाता है. यदि ये संभावित आंकड़े वास्तविकता बन जातें है तो भारत के लिए ये चिंताजनक बात होगी. इस स्टडी ने ये भी दावा किया है की निम्न और मध्यम आय वाले देशों में मोटापे की बढ़ती दर का एक दूसरा पहलू भी है, बचपन का कुपोषण वयस्कता में मोटापे का कारण बन सकता है, क्योंकि यह शरीर में ऊर्जा को वसा ऊतकों में जमा करने की प्रक्रिया को शुरू करता है, इससे टाइप 2 मधुमेह, हृदय रोग और कुछ कैंसर जैसी जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.

2050 के अनुमानित आंकड़े

इस बात को भी ध्यान रखना होगा की बच्चों में भी मोटापा बढ़ रहा है. भारत में लड़कों में अधिक वजन और मोटापे की संख्या 1990 में 0.46 करोड़ थी, जो 2021 में 1.3 करोड़ हो गई और 2050 तक इसके 1.6 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है. लड़कियों में यह संख्या 1990 में 0.45 करोड़ थी, 2021 में 1.24 करोड़ हो गई और 2050 तक इसके 1.44 करोड़ तक बढ़ने की संभावना है.

मोटापा बढ़ने की क्या है वजह ?

मोटापा बढ़ने के कई कारण हैं, जैसे नमक, चीनी और वसा से भरपूर प्रोसेस्ड खाने की चीजों को अपने डायट में शामिल करना. खाद्य बाजार पर नजर डालें तो भारत में फ़ास्ट फ़ूड की कैटेगरी में बढ़ोतरी हुई है. बड़ी- बड़ी खाद्य और पेय कंपनियां अपनी चेन उच्च आय वाले देशों से निम्न और मध्यम आय वाले देशों की ओर स्थानांतरित कर रही हैं जो उनकी निवेश रणनीति को दर्शाता है.

भारतीय खाने और फूड बाजार

हाल ही में लोग जागरूक तो हो रहें हैं लेकिन अभी भी उनका ध्यान बाजारों वाले खाने पर टिका हुआ है. ज्यादा तेल, मसाले और शक्कर से लदे फूड बाजार ने लोगों के खानपान में शामिल होकर मोटापे को और बढ़ावा दे रहें हैं. भारतीय अभी भी फिटनेस लाइफस्टाइल को अपनाने में पीछे हैं. हैरत की बात तो ये है की सरकारें भी अभी तक इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठा पायी है, हालांकि बीते सालों में योग के बढ़ते चलन ने इससे निजात पाने की दिशा में कार्य किया है और अब लोग मिलेट से लेकर बिना तेल शक्कर भरी चीजों को अपनाना शुरू कर रहें हैं.

TAGGED:FOOD MARKETLANCET STUDYOBESE KIDSOBESITY IN INDIAUNHEALTHY FOOD
Byपूनम ऋतु सेन
Follow:
पूनम ऋतु सेन युवा पत्रकार हैं, इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद लिखने,पढ़ने और समाज के अनछुए पहलुओं के बारे में जानने की उत्सुकता पत्रकारिता की ओर खींच लाई। विगत 5 वर्षों से वीमेन, एजुकेशन, पॉलिटिकल, लाइफस्टाइल से जुड़े मुद्दों पर लगातार खबर कर रहीं हैं और सेन्ट्रल इण्डिया के कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अलग-अलग पदों पर काम किया है। द लेंस में बतौर जर्नलिस्ट कुछ नया सीखने के उद्देश्य से फरवरी 2025 से सच की तलाश का सफर शुरू किया है।
Previous Article सीडी कांड मामला : पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को कोर्ट ने किया बरी, मुकदमा चलाने का कोई आधार नहीं– कोर्ट
Next Article लाइनमैन की जिंदगी: 48 घंटे लाइन पर

Your Trusted Source for Accurate and Timely Updates!

Our commitment to accuracy, impartiality, and delivering breaking news as it happens has earned us the trust of a vast audience. Stay ahead with real-time updates on the latest events, trends.
FacebookLike
XFollow
InstagramFollow
LinkedInFollow
MediumFollow
QuoraFollow

Popular Posts

छत्‍तीसगढ़ में गजब हो गया :  एक साथ जन्‍मी तीन बेटियां, एक बेटा, सात महीने में ही प्रसव

धमतरी जिले में एक अनोखी घटना सामने आई है, जहां नगरी ब्लॉक के कौहाबाहरा गांव…

By अरुण पांडेय

Heal before war

As the nation struggles to come to terms with the horrific Pahalgam incident, all eyes…

By Editorial Board

मुजफ्फरनगर में राकेश टिकैत पर हमला, जन आक्रोश यात्रा में पगड़ी उछाली

द लेंस डेस्क | RAKESH TIKAIT : मुजफ्फरनगर में कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के…

By Lens News

You Might Also Like

72,000 migrants killed
आंकड़ा कहता है

72,000 प्रवासी मारे गए या लापता हो गए  

By The Lens Desk
INDIAN STUDENTS
आंकड़ा कहता है

70 फीसदी भारतीय छात्रों की पसंद बने ये देश, ‘बिग 4’ देशों के रुझान में आयी कमी

By पूनम ऋतु सेन
CBSE BOARD EXAM RESULTS
आंकड़ा कहता है

25 हजार बच्चों ने हासिल किए 95 फीसदी से अधिक अंक, सरकारी स्कूलों का प्रदर्शन 90 फीसदी से अधिक

By पूनम ऋतु सेन
आंकड़ा कहता है

33 फीसदी सैलरी का हिस्‍सा EMI में हो रहा खर्च

By पूनम ऋतु सेन
Welcome Back!

Sign in to your account

Username or Email Address
Password

Lost your password?