रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में 3 मार्च को वित्त मंत्री ओपी चौधरी आम बजट पेश करेंगे। इस बार के बजट को 2024 के बजट GYAN 2.0 से जोड़कर देखा जा रहा है। जिसका मतलब है गरीब, युवा अन्नदाता और नारी। इस साल का बजट भी GYAN पर आधारित हो सकता है। यह बजट प्रदेश का 25 वां बजट होगा वित्त मंत्री ओपी चौधरी दूसरी बार पेपरलेस बजट पेश करेंगे।
2025–26 का बजट GYAN 2.0
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने साल 2024–25 के बजट को GYAN यानि गरीब, युवा, अन्नदाता(किसान), और नारी का बताया था। अब साल 2025–26 के बजट के लिए इस बजट को GYAN 2.0 की तरह देखा जा रहा है। पिछले बजट में शामिल शिक्षा, स्वास्थ्य और महिलाओं से जुड़ी योजनाओं में इजाफा करने की तैयारी इस बजट में की गई है। इस बजट में पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए योजनाएं तैयार की जा सकती हैं।
बजट में आम बढ़ोतरी का अनुमान
छत्तीसगढ़ में 2024 में भाजपा सरकार बनने के बाद वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने डिजिटल बजट पेश किया। यह बजट 2023 के बजट से 22 प्रतिशत ज्यादा था। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 1 लाख 21 हजार 501 करोड़ रुपए का बजट पेश किया था। साल 2024–25 में बजट में 22 प्रतिशत का इजाफा हुआ जिससे यह बजट 1 लाख 47 हजार 446 करोड़ रुपए तक पहुंच गया। वहीं साल 2025–26 के बजट में 6 से 7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो सकती है जिससे यह बजट 1 लाख 62 हजार करोड़ रुपए तक बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।
24–25 के बजट की धरातल पर क्या है स्थिति?
साल 2024–25 के बजट को GYAN यानि गरीब, युवा, अन्नदाता(किसान), और नारी से जोड़कर बताया गया था। इसके अंतर्गत किसानों से 33 सौ रुपए में धान खरीदी, महिलाओं को हर महीने महतारी वंदन के नाम से 1 हजार रुपए की सहयोग राशि, भूमिहीन किसानों के लिए योजनाएं, स्टूडेंट्स के लिए लाइब्रेरी और अन्य योजनाओं को घोषणा की गई थी। किसानों, महिलाओं और कुछ क्षेत्रों में स्टूडेंट्स को इन योजनाओं के फायदा मिल रहा है। लेकिन, बहुत से काम ऐसे है जो बजट का साल पूरा होने के बाद भी धरातल पर नहीं हैं।
प्रदेश सरकार पर 91 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज
छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार पर इस वक्त 91 हजार 520 करोड़ रुपए का कर्ज है। साल 2018 में रमन सिंह सरकार के समय प्रदेश पर 41 हजार करोड़ रुपए का कर्ज था। वहीं साल 2023 तक यह कर्ज 82 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच गया। साल 2024 तक प्रदेश पर 91 हजार 520 करोड़ रुपए का कर्ज है।
आत्मनिर्भर बनने के लिए रोजगार की आवश्यकता– चंद्राकर
द लेंस की टीम ने बजट को लेकर अर्थशास्त्री अजय चंद्राकर से बातचीत की है। बजट को लेकर उनका उनका कहना है कि जिस प्रकार से पिछला बजट था उसमें GYAN पर फोकस किया गया था इस बार भी उसी प्रकार का बजट होने वाला है। वित्त मंत्री के पास गुंजाइश कम हैं। जो बजट पिछली बार पारित हुआ उसमें योजनाओं पर फोकस कर महिलाओं, युवाओं और किसानों को फायदा मिला। एक ओर आत्मनिर्भर बनने की बात कही जा रही है लेकिन आत्मनिर्भर बनने के लिए भी रोजगार की आवश्यकता होती है, इस पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही पर्यटन पर कम राशि का प्रावधान होता है इसे प्राथमिकता देनी चाहिए। वहीं GDP के 10 लाख करोड़ के लक्ष्य को लेकर उन्होंने कहा कि लक्ष्य बड़ा होना चाहिए जिससे प्रदेश का विकास हो सके।