मुंबई। वसई पूर्व स्थित एक गोदाम में विभिन्न नामी कंपनियों के नाम पर नकली घरेलू उत्पाद (Duplicate products) बनाकर बेचे जाने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस संबंध में नायगांव पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। गोदाम से नकली हार्पिक, नकली विम बार नकली कोलगेट और हिंदुस्तान लीवर के बने नकली बिस्किट भी मिले हैं। इसके पहले नागपुर में भी ऐसा हो गोदाम पकड़ा गया था।
कामन देवदल इलाका वसई के पूर्वी इलाके में स्थित है। पिछले कुछ सालों में इस इलाके में तरह-तरह की फैक्ट्रियाँ खुल गई हैं। जहाँ एक ओर फैक्ट्रियों में अवैध कारोबार की बात सामने आ रही है, वहीं दूसरी ओर इसी इलाके में नामी कंपनियों के नाम और लोगो का इस्तेमाल करके नकली उत्पाद बनाए जा रहे हैं।
यह घटना फील्ड मैनेजर के पद पर कार्यरत शीतलकुमार झा के संज्ञान में आई। नायगांव पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया। इसके बाद, पुलिस ने अनधिकृत जगह पर छापा मारा और नकली सामान जब्त किया। इसमें हैंड वॉश, टूथपेस्ट, कीटाणुनाशक,संबंधित व्यक्तियों के विरुद्ध कॉपीराइट अधिनियम, 1956 की धारा 51, 63, 64 के अंतर्गत मामला दर्ज कर आगे की जाँच जारी है। नकली उत्पाद बाज़ार में कैसे आए? इसके पीछे किस गिरोह का हाथ है? पुलिस इसकी भी जाँच कर रही है।
‘इन’ नामी कंपनियों का लाखों का माल जब्त
नकली उत्पादों के मामले में नायगांव पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में कुल 8 लाख 80 हजार 334 रुपये का सामान जब्त किया गया है। इसमें निम्नलिखित नामी कंपनियों के उत्पाद शामिल हैं:
डाबर इंडिया – १ लाख १४ हजार ३०० रुपये
रॅकीट – ४ लाख ८९ हजार १४४ रुपये
हिंदुस्तान यूनिलीवर – 2 लाख 35 हजार 995 रुपये
गोदरेज – ४० हजार ८००

