लेंस डेस्क। उत्तर प्रदेश के इटावा में नौसेना अधिकारी की पत्नी की पटरी पर मृत पाई गई संदिग्ध घटना में नया मोड़ सामने आया है। इस मामले में जीआरपी थाने में एक ट्रैवलिंग टिकट एक्जामिनर (TTE) के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। परिजनों का आरोप है कि टिकट को लेकर टीटीई के साथ हुई तीखी नोकझोंक के दौरान गुस्से में उसने महिला को चलती ट्रेन से धक्का दे दिया, जिसके कारण उसकी मृत्यु हो गई।
बुधवार को साम्हो-भरथना रेल खंड पर एक महिला का शव रेल पटरी के पास मिला था, जिसे प्रारंभ में एक सामान्य दुर्घटना माना गया था। हालांकि, जांच के दौरान कई सवाल उठे। मृतक महिला की पहचान कानपुर देहात के भोगनीपुर क्षेत्र के अहरौलीशेख निवासी 32 वर्षीय आरती यादव के रूप में हुई।
उनकी पत्नी अजय यादव मुंबई में नौसेना के अधिकारी हैं, जो वर्तमान में चेन्नई में विशेष प्रशिक्षण पर हैं। पति के कहने पर ही वे इलाज के उद्देश्य से अकेले दिल्ली के लिए रवाना हुई थीं। इस दौरान वे पटना से आनंद विहार स्पेशल ट्रेन (04089) में सवार हो गईं, जबकि उनका आरक्षण किसी अन्य ट्रेन में था।
ट्रेन में टिकट जांच के समय टीटीई संतोष के साथ आरती के बीच टिकट को लेकर जमकर विवाद हुआ। कुछ यात्रियों ने इस घटना की शिकायत रेलवे अधिकारियों को की थी। परिजनों के अनुसार, इसी विवाद के दौरान टीटीई ने क्रोधित होकर उन्हें चलती ट्रेन से बाहर धकेल दिया।
इसलिए गहरा हुआ शक
गुरुवार को जब परिजन घटनास्थल पर पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि आरती का पर्स शव मिलने वाली जगह से लगभग चार किलोमीटर दूर मिला था, जबकि उनके मोबाइल की अंतिम लोकेशन एक तीसरी जगह पर दर्ज हुई थी।
परिजनों ने सवाल उठाया कि यदि यह एक सामान्य दुर्घटना होती, तो महिला का शव, पर्स और मोबाइल तीन अलग-अलग स्थानों पर कैसे बिखरे हो सकते हैं। इस स्थिति ने स्पष्ट रूप से किसी संघर्ष या बाहरी हस्तक्षेप की ओर संकेत किया है।
जीआरपी के सीओ उदय प्रताप सिंह ने बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट में इसे गिरने के कारण हुई मृत्यु बताया गया था। लेकिन परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों के आधार पर टीटीई के खिलाफ हत्या से संबंधित धाराओं में कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है और मामले की गहन जांच की जा रही है।

