रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR), धान खरीदी के दौरान सर्वर समस्या, जमीन की गाइडलाइन दरों में बढ़ोत्तरी और प्रशासनिक अनियमितताओं को लेकर राज्य और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला।
पूर्व मुख्यमंत्री ने रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अब तक सांप और बिच्छू के काटने से लोगों को मरते देखा है, लेकिन पहली बार केचुआ की वजह से किसी की मौत हो रही है। SIR ड्यूटी में लगे बीएलओ की मौत के मामले सामने आने पर कहा कि ‘केचुआ’ यानी कि केंद्रीय चुनाव आयोग BLO पर प्रेशर बना रहे हैं। इनकी वजह से दबाव में बीएलओ की मौत हो रही है।
भूपेश बघेल ने आगे कहा कि अगर चुनाव आयोग को दबाव बनाना ही है तो वे कलेक्टर और एसडीएम को चमकाएं। बीएलओ को धमकाकर वे क्या कर लेंगे?
पूर्व सीएम ने आगे कहा कि BLO बड़ी मुश्किल से फॉर्म इकट्ठा कर पा रहे हैं। तकनीकी दिक्कतों के कारण 3 घंटे में सिर्फ 8 फॉर्म जमा हो रहे हैं। बीजेपी के गुंडों द्वारा नाम जुड़वाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। BLO पर दबाव में काम कर रहे हैं।
अमित जोगी के छत्तीसगढ़ को बचाना है मिलकर लड़ना पड़ेगा वाले बयान पर भूपेश बघेल ने कहा कि पार्टी में सब की जरूरत है। लेकिन, जिसकी जरूरत नहीं है वह है अमित जोगी।
जमीन गाइडलाइन दर बढ़ने का व्यापारी ही कर रहे हैं विरोध
छत्तीसगढ़ सरकार के जमीन गाइडलाइन दरों में बढ़ोत्तरी को लेकर भूपेश बघेल ने कहा कि सरकार का यह तुगलकी आदेश है। व्यापारी वर्ग इसका घोर विरोध कर रहा है। दुर्ग में कल जो हुआ, इससे पहले कभी ऐसा प्रदर्शन नहीं हुआ है।
उन्होंने आरोप लगाया कि कलेक्टर गाइडलाइन बढ़ा दी गई है। जमीन का धंधा करने वालों को इसका फायदा मिलेगा। जमीन की कीमत अगर 10 लाख है और उसे 2 करोड़ दिखा दिया गया। तो उसी हिसाब से बैंक से भारी लोन लिया जा सकेगा। अगर ऐसा हुआ तो छत्तीसगढ़ के बैंक खाली हो जाएंगे।
मुख्यसचिव मेरे घर आकर खेती की हकीकत देख सकते हैं : भूपेश
भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में धान खरीदी की स्थिति जगज़ाहिर है। बताने की जरूरत नहीं है। कई किसानों के नाम लिस्ट से कट गए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों का धान भी नहीं लिया जा रहा है। सर्वर डाउन होने से टोकन कट नहीं पा रहे हैं। धान खरीदी में बड़ी बात ये है कि एग्रो स्टैक ने हजारों किसानों के धान कट गए हैं, लेकिन सरकार अब रकबा कम कर रही है।
मुख्यसचिव विकास शील के धान के उत्पादन का दायरा कम करने से जुड़े आदेश के संबंध में कहा कि वे 10 साल से प्रदेश से बाहर हैं। उन्हें नहीं पता कि छत्तीसगढ़ में एक एकड़ खेत में कितने धान की उपज हो रही है। मैं उन्हें न्यौता देता हूं कि वे मेरे गांव आएं। मैं उन्हें दिखाऊंगा कि एक एकड़ खेत में कितनी खेती हुई है।
रोहिंग्या-बांग्लादेशियों के मुद्दे पर सरकार को घेरा
भूपेश बघेल ने भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री के घुसपैठियों वाले बयान पर कहा कि सरकार अब तक रोहिंग्या और बांग्लादेशियों का कोई आंकड़ा नहीं दे पाई है। यह सिर्फ राजनीतिक शोषण है। हमने कई बार जवाब मांगा, लेकिन उनके पास कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैँ भाजपा के महामंत्री के हिम्मत की दात देता हूं कि उन्होंने 11 साल से सत्ता में काबिज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार को आयना दिखाया है।
भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के छत्तीसगढ़ दौरे पर कहा कि वे कई बार दौरा कर चुके हैं। लेकिन हर बार अडानी अंबानी को खदान और जमीन दिलवाने के लिए मुख्यमंत्री की तारीफ करके जाते हैं। गुजरात में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री साय की तारीफ की जाती है, क्योंकि अडानी की नजर छत्तीसगढ़ की जमीन और खदानों पर है।
नक्सलवाद का सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को
नक्सल कमांडर माडवी हिडमा की मौत पर भाजपा नेताओं के बयान पर कहा कि हिड़मा की मौत से जवानों को बड़ी सफलता मिली है नक्सलियों को बड़ा झटका लगा है। बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को ऐसे बयान देने से पहले शर्म आनी चाहिए। सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेसियों को ही नक्सलियों से हुआ है। हमने पूरी अपनी एक पंक्ति खोई है।
उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि मंत्रियों के कार्यालय तक वसूली करने नक्सली आते थे। उस समय तत्कालीन गृह मंत्री के पास पेमेंट की पर्ची थी। कार्यालयों में नक्सलियों को पैसा दिया जाता था।
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