नई दिल्ली। माओवादियों की मुठभेड़ के दौरान हुई मौतों को फर्जी बताते हुए तेलंगाना कांग्रेस ने उसकी निंदा की है। टीपीसीसी अध्यक्ष बी. महेश कुमार गौड़ ने गुरुवार को कहा कि हम गणपति, हिडमा और अन्य नेताओं का सम्मान करते हैं। वे आम लोगों की खातिर अपनी जान कुर्बान कर देते हैं।
यह बयान तब आया है जब छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने हिड़मा का समर्थन करने पर पार्टी की महिला विंग की एक सदस्य को 6 साल के लिए निलम्बित कर दिया है। वहीं छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कई वरिष्ठ पदाधिकारियों ने हिड़मा के समर्थन में वीडियो जारी किया है।

राज्य कांग्रेस प्रमुख सीपीआई राज्य मुख्यालय में आयोजित एक गोलमेज सम्मेलन में बोल रहे थे, जिसमें उन्होंने ऑपरेशन कगार और माओवादियों की फर्जी मुठभेड़ों का विरोध किया।

हालांकि, महेश गौड़ ने स्पष्ट किया कि वे दोनों पक्षों की हिंसा का विरोध करते हैं।टीपीसीसी प्रमुख ने आरोप लगाया कि केंद्र की एनडीए सरकार ने मुठभेड़ के माध्यम से नक्सली उन्मूलन कीप्रक्रिया को चुना है।
उन्होंने कहा, ‘मैं खुद नक्सलियों का शिकार हूं। कांग्रेस कभी भी हिंसा का समर्थन नहीं करेगी। जब हम ऑपरेशन कगार के खिलाफ बोलते हैं, तो भाजपा हमें देशद्रोही और देशद्रोही करार देती है।’
उन्होंने दावा किया कि हालांकि कुछ माओवादी कह रहे हैं कि वे मुख्यधारा में शामिल होंगे, लेकिन भाजपा सरकार उन्हें मार रही है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जंगलों में मौजूद खनिज संपदा को कॉरपोरेट्स को सौंपने की कोशिश कर रही है।
भाजपा पर धर्म को आगे लाकर वामपंथी विचारधारा वाली पार्टियों को खत्म करने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सभी दलों को एकजुट होकर भगवा पार्टी के खिलाफ लड़ने की जरूरत है।
सम्मेलन में एमएलसी एम कोदंडराम, पूर्व विधायक जे रंगा रेड्डी, प्रोफेसर हरगोपाल, गायक विमलक्का और अन्य भी शामिल हुए।
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