नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
ब्रिटेन स्थित हथियार डीलर संजय भंडारी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया है।
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति वाड्रा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट में यह आरोपपत्र दाखिल किया है। अदालत इस मामले पर 6 दिसंबर को सुनवाई करेगी।
जुलाई में, एजेंसी ने वाड्रा से इस मामले में पाँच घंटे तक पूछताछ की थी। यह मामला लंदन में 19, ब्रायनस्टन स्क्वायर और ग्रोसवेनर हिल कोर्ट, 13, बॉर्डन स्ट्रीट स्थित भंडारी की दो संपत्तियों से जुड़ा है। ईडी का कहना है कि ये वाड्रा की बेनामी संपत्तियाँ हैं।
वाड्रा के पैसे से संपत्ति खरीदने का आरोप
ईडी सूत्रों ने पहले न्यूज चैनल एनडीटीवी को दिए गए बयान में बताया था कि ब्रायनस्टन स्क्वायर की संपत्ति भंडारी ने 2009 में हासिल की थी, लेकिन इसके लिए धन वाड्रा ने दिया था।
उन्होंने कहा कि बाद में वाड्रा के निर्देश पर इस संपत्ति का नवीनीकरण किया गया और व्यवसायी कई बार लंदन आने पर वहाँ रुके भी।
लंदन स्थित ये दोनों संपत्तियां उन कुछ संपत्तियों में शामिल हैं जिनकी जांच प्रवर्तन निदेशालय द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत “अपराध की आय” के रूप में की जा रही है।
जांच में एनआरआई व्यवसायी सीसी थम्पी की भूमिका भी शामिल है, जिनके बारे में माना जाता है कि उन्होंने दुबई स्थित एक कंपनी के माध्यम से कुछ संपत्ति लेनदेन में मदद की थी।
अज्ञात लेटर से शुरू हुई जांच
यह मामला 22 सितंबर, 2016 को आयकर विभाग द्वारा वित्तीय अपराध एजेंसी को भेजे गए एक पत्र से शुरू हुआ। 9 फरवरी, 2017 को झंडेवालान स्थित आयकर कार्यालय से ईडी कार्यालय में एक और पत्र पहुंचा, जिसमें कहा गया था कि हथियार डीलर भंडारी ने अपनी विदेशी संपत्तियों, विशेष रूप से विदेशी बैंक खातों और लंदन की एक संपत्ति को छुपाया है।
ईमेल से टपका वाड्रा का नाम
3 अप्रैल, 2018 को, विभाग ने ईडी को सूचित किया कि उसे काला धन और कर अधिनियम के तहत संजय भंडारी पर मुकदमा चलाने के लिए धारा 55 के तहत अनुमोदन प्राप्त हुआ था।
यह अपराध पीएमएलए के तहत “अनुसूचित अपराध” श्रेणी में भी आता है।जांच के दौरान आयकर विभाग ने भंडारी के परिसरों पर छापेमारी की और वहां से बरामद डिजिटल डेटा से मामले में नया मोड़ आया।
डेटा में शामिल ईमेल में लंदन के ब्रायनस्टन स्क्वायर में 1.9 मिलियन पाउंड की एक संपत्ति का पूरा ब्योरा था। ईमेल में रॉबर्ट वाड्रा और उनके सहायक मनोज अरोड़ा के नाम भी शामिल है।

