नेशनल ब्यूरो। नई दिल्ली
प्रख्यात फिल्म निर्माता एसएस राजामौली द्वारा हनुमान पर की गई टिप्पणी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। उनके खिलाफ पुलिस में FIR दर्ज करा दी गई है। उनपर आरोप लगाया है कि उन्होंने अपनी आगामी तेलुगु फिल्म ‘वाराणसी’ के टाइटल लॉन्च के दौरान भगवान हनुमान के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी।
हैदराबाद के रामोजी फिल्म स्टूडियो में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान उनकी इस टिप्पणी ने अब कलात्मक स्वतंत्रता, व्यक्तिगत आस्था और धार्मिक संवेदनशीलता पर एक ऑनलाइन बहस छेड़ दी है।
इस घटना के बाद, वानरसेना और गौरक्षक संघ सहित कई संगठनों ने लिखित शिकायत दी, जिसमें राजामौली पर जानबूझकर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने और धार्मिक घृणा भड़काने के इरादे से टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया। पत्र में कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है और चेतावनी दी गई है कि ऐसे बयान समुदायों के बीच तनाव भड़का सकते हैं।
प्रेस, फिल्मी हस्तियों और प्रशंसकों के सामने सार्वजनिक रूप से की गई राजामौली की टिप्पणी ऑनलाइन खूब वायरल हो रही है। निजी विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए एक भावुक क्षण है। मैं ईश्वर में विश्वास नहीं करता । मेरे पिताजी आए और कहा कि भगवान हनुमान पीछे से सब संभाल लेंगे। क्या वह ऐसे ही संभालते हैं? यह सोचकर मुझे गुस्सा आ रहा है।” उनकी यह टिप्पणी उस कार्यक्रम के बाद आई है जिसमें कथित तौर पर कई तकनीकी गड़बड़ियाँ और लीक हुई थीं।
फिल्म निर्माता ने अपने परिवार की धार्मिक मान्यताओं का हवाला देते हुए कहा, “मेरी पत्नी भी भगवान हनुमान की बहुत बड़ी प्रशंसक हैं। वह ऐसे व्यवहार करती हैं जैसे हनुमान उनके दोस्त हों और उनसे बातें करती हैं। मुझे उन पर भी गुस्सा आया।” उन्होंने हनुमान के बारे में कहा क्या वह भगवान भी हैं?” गौरतलब है कि मोदी ने मन की बात में उनका जिक्र किया था और कई मौकों पर उनकी प्रशंसा की है

