रायपुर। छत्तीसगढ़ की 33 जेलों में मंगलवार को सजायाफ्ता कैदियों को महाकुंभ से लाए गए गंगाजल से स्नान कराया गया। जेल के अधिकारी आज कैदियों को गंगा स्नान कराने में जुटे रहे। प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि ” कैदियों को गंगा स्नान से आध्यात्मिक और मानसिक शुद्धि का अवसर प्रदान किया गया है।”
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा की इच्छा अनुरूप मंगलवार को त्रिवेणी संगम प्रयागराज से लाया गया गंगाजल छत्तीसगढ़ की 5 सेंट्रल जेल, 20 जिला जेल और 8 सब जेल पहुंचा। इस गंगाजल से प्रदेश की सभी जेलों के लगभग कैदियों ने स्नान किया। महाकुंभ खत्म होने में अब दो दिनों का समय बाकी है उससे पहले ही गंगाजल छत्तीसगढ़ को जेलों पहुंचा।
कैदियों को गंगा स्नान का लाभ दिलाने के लिए जेल परिसर में पानी की टंकी की साफ सफाई कर टंकी को अच्छे से सजाया गया। हर हर गंगे के नारे के साथ पानी की टंकियों के बाहर ‘महाकुंभ स्नान कुंड’ लिखा गया। इसके बाद टंकी में एक कलश गंगाजल मिलाकर कैदियों को गंगा स्नान कराया गया।
आध्यात्मिक और मानसिक शुद्धि का मिला अवसर : गृहमंत्री विजय शर्मा
गृह मंत्री विजय शर्मा ने जेलों में हुए गंगा स्नान को लेकर कहा कि “संस्कार और संस्कृति किसी भी व्यक्ति के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा होते हैं और जेलों में बंद कैदी भी इससे अछूते नहीं हैं। यह आयोजन कैदियों के मानसिक और आध्यात्मिक उत्थान के उद्देश्य से किया गया, जिससे उनमें आत्मशुद्धि और सकारात्मक सोच विकसित हो सके। उन्होंने कहा कि 144 वर्षों बाद आयोजित हो रहे महाकुंभ का पुण्य लाभ समाज के हर वर्ग को मिलना चाहिए, इसलिए सरकार ने जेलों में यह विशेष पहल की”
महंत ने किया कटाक्ष, बोले – पाप धूल गए, अब उनको छोड़ने की व्यवस्था की जाए
जेलों में कैदियों को गंगा स्नान कराने को लेकर सियासत भी मची हुई है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत से सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पापियों के पाप धूल गए अब उन्हें छोड़ने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या के दिन गंगाजल मंगाया था, 25 लीटर गंगा जल मंगवाए थे। नहा कर सबका पाप धुल गया है। हमारा पाप धुल गया गंगा नहाने से आपका पाप धुल गया। गंगा नहाने से पापियों का पाप धुल गया है अब उनको छोड़ने की व्यवस्था की जाए।