रायपुर। छत्तीसगढ़ बहुचर्चित सेक्स सीडी कांड मामले में 6 सालों के बाद सुनवाई हुई। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पूर्व राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, कैलाश मुरारका, विजय भाटिया, विजय पांड्या पेशी के लिए कोर्ट पहुंचे। सीबीआई की विशेष अदालत में मामले की सुनवाई हुई।
छत्तीसगढ़ में 2017 में हुए सीडी कांड मामले में 6 साल बाद सुनवाई हुई। 6 सालों बाद सुनवाई के लिए सभी आरोपियों को कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया गया था। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत अन्य आरोपियों ने कोर्ट में हाजिरी लगाई। कोर्ट में हाजिरी के बाद भूपेश बघेल विधानसभा सत्र में शामिल होने के लिए रवाना हो गए।
95 हजार रुपए में तैयार हुई सीडी
सुनवाई के बाद बचाव पक्ष के वकील फैजल रिजवी ने बताया कि कोर्ट में आज सीबीआई बनाम कैलाश मुरारका और अन्य के विरुद्ध जांच पर बहस थी। सीबीआई ने बहस पूरी कर ली है। 4 मार्च को अभियुक्त के वकील बहस करेंगे। लगभग सभी आरोपी कोर्ट में पेश हुए हैं। सीबीआई ने कोर्ट में ये बताया कि 2017 मे बॉम्बे में मानस साहू ने सीडी को मॉर्फ किया। करीब 95 हजार रुपए का लेन-देन हुआ। पैसा बैंक ट बैंक भेजा गया। सीडी बनने के एक साल बाद दिल्ली में कॉपी हुई। सीबीआई के मुताबिक उनके पास इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस हैं।
क्या है सीडी कांड मामला?
2018 विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 2017 में एक कथित सेक्स सीडी वायरल हुई। जिसे पूर्व मंत्री राजेश मूणत से जोड़ा गया। रायपुर के सिविल लाइन थाने में इस मामले की शिकायत की गई थी। इस मामले में दिल्ली से पूर्व सीएम भूपेश बघेल के मीडिया सलाहकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार किया गया था। कांग्रेस इसे तत्कालीन सरकार की साजिश बताती रही। सितंबर 2018 में कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल को भी गिरफ्तार किया गया था। उन पर साजिश रचने का आरोप था। इस मामले में भूपेश बघेल ने जमानत लेने से इनकार कर दिया था।