पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद ने बड़ा बयान दिया है।
उन्होंने साफ किया कि बिहार में मुख्यमंत्री के पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है और नीतीश कुमार ही एनडीए के नेता बने रहेंगे। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार में विकास के नए मानक स्थापित किए हैं और वे हमारे निर्विवाद नेता हैं।
महागठबंधन द्वारा तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने पर बीजेपी ने तीखा हमला बोला। रविशंकर प्रसाद ने एक प्रेस वार्ता में महागठबंधन को कमजोर और अविश्वसनीय करार दिया। उन्होंने तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार के आरोपों का जिक्र करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार के कारण ही उनसे दूरी बनाई थी। प्रसाद ने सवाल उठाया कि महागठबंधन की प्रेस वार्ता में राहुल गांधी की तस्वीर क्यों नहीं थी।
तेजस्वी यादव और लालू यादव पर निशाना साधते हुए प्रसाद ने कहा कि चारा घोटाले में लालू यादव को चार मामलों में कुल 32 साल से अधिक की सजा सुनाई जा चुकी है। वहीं, तेजस्वी यादव के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट ने आईआरसीटीसी होटल घोटाले में भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों की पुष्टि की है। कोर्ट ने इसे धारा 420 के तहत अपराध माना है, जिसमें सात साल तक की सजा हो सकती है।
प्रसाद ने तंज कसते हुए कहा कि जो लोग जमीन लेकर नौकरी देने की बात करते हैं, वे बिहार की जनता को सावधान रहने की चेतावनी देते हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए पूरी मजबूती के साथ चुनावी मैदान में है। बिहार की जनता जानती है कि नीतीश ने सड़क, बिजली, स्वास्थ्य सेवाओं और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में ठोस काम किया है। इसके साथ ही प्रसाद ने लालू और तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर फिर से हमला बोला।
उन्होंने बताया कि तेजस्वी के खिलाफ 27 अक्टूबर से मुकदमे की सुनवाई शुरू होगी। लालू यादव के रेल मंत्री रहते रेलवे के दो होटल निजी कंपनी को सौंपे गए और पटना के बेली रोड के पास 3.5 एकड़ जमीन दी गई, जिसे कोर्ट ने गंभीर भ्रष्टाचार का मामला माना है। प्रसाद ने स्पष्ट किया कि यह मामला बीजेपी के शासनकाल का नहीं है और यह जांच सीबीआई व न्यायालय के दायरे में है।
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